G-B7QRPMNW6J 65 दिनों के लिए कन्या राशि में बुध का गोचर : इन राशियों के रोजगार में उछाल तो इनको सावधान
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65 दिनों के लिए कन्या राशि में बुध का गोचर : इन राशियों के रोजगार में उछाल तो इनको सावधान

Jyotish With AkshayG

65 दिनों के लिए कन्या राशि में बुध का गोचर : इन राशियों के रोजगार में उछाल तो इनको सावधान

65 दिनों के लिए कन्या राशि में बुध का गोचर : इन राशियों के रोजगार में उछाल तो इनको सावधान
65 दिनों के लिए कन्या राशि में बुध का गोचर : इन राशियों के रोजगार में उछाल तो इनको सावधान  

  

बुध ग्रह यानि ज्योतिष में ग्रहों के राजकुमार का दर्जा प्राप्त एक ऐसा ग्रह जिसे शुभाशुभ ग्रह की श्रेणी में रखा जाता है। इसके अलावा बुध ग्रह को हमारे जीवन में बुद्धि, वाणी, व्यापार, और चेतना का कारक भी माना गया है। माना जाता है कि जब भी बुध ग्रह राशि परिवर्तन करते हैं तो इसका प्रभाव विशेष तौर पर व्यक्ति के करियर और आर्थिक जीवन पर पड़ता है। बुध राशि में 21 दिन से ज्यादा रहते हैं तो उनको अतिचारी कहा जाता है। भ्रमण काल के दौरान जब बुध कन्या राशि में आता है उच्च का कहा जाता है। कन्या राशि 16 से 20 अंश तक यह मूल त्रिकोण में माना जाता है। बुध मिश्रित स्वभाव का ग्रह है। पापी ग्रह के साथ होने पर यह पापी हो जाता है। चंद्रमा और मंगल के साथ बुध ग्रह के शत्रु वाले संबंध होते हैं और सूर्य और शुक्र बुध के मित्र ग्रह होते हैं।

कब-कब बदलेगी बुध की चाल –

बुध कन्या राशि में दिनांक 21 अगस्त से 25 अक्टूबर तक कन्या राशि में रहेंगें और 26 दोपहर 02:25:49 से तुला राशि में गोचर करेंगे । इस प्रकार 65 दिन बुध उच्च की होकर कन्या राशि में रहेंगे ।

उच्च के बुध बढ़ने वाली हैं शक्तियां –

कोई भी राशि जब उच्च की होती है तो उसकी शक्तियों में भारी वृद्धि हो जाती है। इस प्रकार 21 अगस्त के बाद से बुद्ध की शक्तियों में भारी वृद्धि होगी।

बुध का उच्च राशि कन्या में गोचर: समय और अवधि

बुध कन्या राशि में वक्री 10 सितंबर 2022, शनिवार को सुबह 7 बजकर 18 मिनट पर होगा। 

बुध कन्या राशि में मार्गी 2 अक्टूबर 2022, रविवार को दोपहर 2 बजकर 03 मिनट पर हो जाएंगे।

बुध का तुला राशि में गोचर 26 अक्टूबर 2022, बुधवार को दोपहर 01 बजकर 38 बजे होगा। 

इस प्रकार बुद्ध के उच्च होने का असर 10 सितंबर से 2 अक्टूबर तक नहीं रहेगा। वक्री होने के कारण बुध का प्रभाव सामान्य प्रभाव के विपरीत होगा। अर्थात अगर सामान्य में बुद्ध बहुत अच्छा कर रहे हैं तो वक्री होकर वे अच्छा नहीं कर पाएंगे।

इस अवधि के दौरान 12 सितंबर को बुध ग्रह सूर्य के प्रभाव में आने के कारण अस्त हो जाएंगे। 29 सितंबर को उदय होंगे। इसके उपरांत 23 अक्टूबर को बुध पुनः अस्त होंगे तथा तुला राशि में जाकर उदय होंगे। अस्त होने की अवधि में बुद्ध का किसी प्रकार का कोई प्रभाव नहीं होगा।

18 सितंबर से सूर्य और बुध एक ही राशि में रहकर बुधादित्य योग बनाएंगे। इस योग के कारण राशि के अनुसार सूर्य और बुध जिस भाव में होंगे उसमें वे उत्तम फल देंगे।

इस अवधि में गुरु और शनि ग्रह पहले से वक्री चल रहे हैं। राहु और केतु हमेशा वक्री रहते हैं। बुद्ध के भी वक्री हो जाने के कारण 9 ग्रहों में से 5 ग्रह वक्री रहेंगे और ये अद्भुत फल देंगे। 

बुद्ध के अनुसार व्यक्तित्व 

ज्योतिष के अनुसार जिन व्यक्तियों की कुंडली में बुध ग्रह मजबूत अवस्था में होता है ऐसे जातकों का संवाद बेहद ही शानदार होता है। उन्हें वाणिज्य और कारोबार में सफलता मिलती है। गणित विषय पर इनकी अच्छी पकड़ होती है। इसके अलावा बलि बुध व्यक्ति को कुशाग्र बुद्धि का बनाता है। 

वहीं इसके विपरीत जिन लोगों की कुंडली में बुध ग्रह पीड़ित अवस्था में मौजूद होता है ऐसे जातकों को तमाम शारीरिक और मानसिक परेशानियों का सामना करना पड़ता है। यह अपनी बात स्पष्ट रूप से दूसरों के सामने व्यक्त नहीं कर पाते हैं। व्यापार में इन्हें घाटा होता है और आर्थिक परेशानियों से भी दो-चार होना पड़ता है।

बुध गोचर का सभी राशियों पर प्रभाव और उपाय 

1.मेष

स्वास्थ्य के लिहाज से यह गोचर आपके लिए अनुकूल सिद्ध होगा। यदि आप लंबे समय से किसी रोग से पीड़ित हैं तो बुध के इस गोचर के दौरान आपको उसमें सुधार देखने को मिलेगा अथवा उसका उचित व अच्छा उपचार मिलने लगेगा। डेटा इंटरप्रिटेशन, ट्रेडिंग, नेगोशिएशन, बैंकिंग आदि क्षेत्रों में कार्यरत लोगों को भी सकारात्मक परिणाम देखने को मिलेंगे। इसके अलावा मेष राशि के वे छात्र जो प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं, उन्हें सफलता मिलने के योग बन रहे हैं। व्यक्तिगत जीवन में आपको अपने मामा की ओर से पूरा सहयोग प्राप्त होगा।

उपाय: प्रतिदिन गायों को हरा चारा खिलाएं।

2.वृषभ

बुध के कन्या राशि में गोचर के दौरान पत्रकारिता, लेखन और अन्य भाषा के पाठ्यक्रम से जुड़े छात्रों को सकारात्मक परिणाम देखने को मिलेंगे। वहीं प्रेमी जोड़ों के लिए भी यह समय अनुकूल सिद्ध होगा। आपके रिश्ते में प्रेम व स्नेह बढ़ेगा तथा आपसी समझ एवं घनिष्ठता में भी वृद्धि होगी। बच्चों के साथ आपके संबंध बहुत अच्छे रहेंगे। लिहाजा आप उनके साथ अच्छा वक़्त बिता सकते हैं, उनके साथ खेल-कूद, मनोरंजन आदि करते नज़र आ सकते हैं। आर्थिक रूप से धन का प्रवाह अच्छा रहेगा तथा बचत भी संभव होगी। यदि आपके पेशेवर जीवन की बात करें तो बुध के इस काल के दौरान आपको अपने कार्यस्थल पर की गई कड़ी मेहनत का सकारात्मक फल प्राप्त होगा। कुल मिलाकर देखा जाए तो वृषभ राशि के जातकों के लिए बुध का यह गोचर फलदायी रहने वाला है।

उपाय: ज़रूरतमंद बच्चों और छात्रों को किताबें दान करें।

3.मिथुन

इस दौरान आपका पारिवारिक जीवन सुखद और आरामदायक रहेगा। परिवार के सदस्यों के साथ आपके संबंध अच्छे रहेंगे। आपके लिए यह समय कोई संपत्ति या वाहन ख़रीदने के लिहाज से भी अनुकूल रहेगा। यदि आप ऐसी कोई योजना बना रहे हैं तो यह एक सही समय हो सकता है। रियल एस्टेट के डेवलपर्स और एजेंट्स के लिए भी यह समय अनुकूल सिद्ध होगा चूंकि बुध की दृष्टि आपके दसवें भाव पर पड़ रही है। व्यक्तिगत जीवन में आपको अपनी माता जी का पूरा सहयोग व समर्थन प्राप्त होगा। आप उनके साथ अच्छा समय बिताएंगे, जिससे आपके और उनके बीच का बंधन और मज़बूत होगा। इसके अलावा आपको इस दौरान कुछ नया सीखने का मौका भी मिल सकता है।

उपाय: प्रतिदिन तुलसी के पौधे की पूजा करें और दीपक/दीया जलाएं।

4.कर्क

इस दौरान आपको अपने भाई-बहनों का पूरा सहयोग प्राप्त होगा तथा उनके साथ आपके संबंध अच्छे रहेंगे। संकेत मिल रहे हैं कि आप अपने भाई-बहनों या दोस्तों के साथ समय बिताने के लिए किसी लघु यात्रा या तीर्थ यात्रा पर जाने की योजना बना सकते हैं। बुध के कन्या राशि में गोचर दौरान पत्रकारिता, लेखन, कंसल्टेशन, अभिनय, निर्देशन या एंकरिंग के क्षेत्र (जहाँ संचार और नए विचारों का बहुत महत्व है) से जुड़े लोगों के लिए भी यह समय बहुत अच्छा रहेगा क्योंकि जातकों के संचार कौशल में विकास संभव होगा।

उपाय: प्रतिदिन 108 बार "ॐ नमो भगवते वासुदेवाय" का जाप करें।

5.सिंह

इस गोचर काल में आपकी वाणी और आपका संचार कौशल प्रभावशाली होगा लेकिन आपको यह सलाह दी जाती है अपनी वाणी के प्रति थोड़ा सचेत रहें चूंकि सिंह राशि आमतौर पर अहंकार के लिए जानी जाती है, जिसके परिणामस्वरूप आपकी वाणी उग्र भी हो सकती है। फाइनेंस सेक्टर में कार्यरत लोगों के लिए यह समय अनुकूल रहेगा चूंकि वे कुछ नए विचारों के साथ आगे बढ़ेंगे तथा सफलता प्राप्त करेंगे। व्यक्तिगत जीवन की बात करें तो आपको अपने परिवार का पूरा सहयोग मिलेगा तथा परिवारजनों के साथ आपके संबंध अच्छे रहेंगे। वहीं सिंह राशि के विवाहित लोगों को अपने ससुराल पक्ष के लोगों का पूर्ण समर्थन प्राप्त होगा। इस दौरान आपके और आपके जीवनसाथी के बीच संयुक्त संपत्ति (जो संयुक्त रूप से ख़रीदी जाए, जो दोनों के नाम हो) बढ़ने की संभावना है।

उपाय: प्रतिदिन तुलसी के पौधे को पानी दें और उसकी 1 पत्ती का सेवन करें।

6.कन्या

बुध का कन्या राशि में गोचर पेशेवर रूप से अत्यंत लाभकारी सिद्ध होगा चूंकि बुध आपके दसवें भाव का भी स्वामी है। ऐसे में डेटा साइंटिस्ट, आयात-निर्यात, नेगोशिएटर, बैंकिंग, मेडिकल क्षेत्र और व्यवसाय चला रहे लोगों के लिए यह समय बहुत अच्छा रहेगा। वहीं सातवें भाव में बुध की दृष्टि पड़ने से इस दौरान आपकी व्यक्तिगत तथा व्यावसायिक साझेदारी में भी बेहतरीन सुधार देखने को मिलेगा। आपको अपने साझेदारों से पूरा सहयोग प्राप्त होगा। स्वास्थ्य के लिहाज से, बुध के इस गोचर काल में आप अधिक ऊर्जावान रहेंगे। आपको सुझाव दिया जाता है कि अपने शरीर के लिए कुछ वक़्त निकालें और फ़िटनेस के लिए कुछ करें। ऐसा करने से आपको सकारात्मक परिणाम प्राप्त होंगे।

उपाय: कोशिश करें कि हरे रंग के वस्त्र धारण करें और अगर संभव न हो तो कम से कम हरे रंग का रुमाल अपने साथ ज़रूर रखें।

7.तुला

इस दौरान आप स्वयं के लिए नए गैजेट्स ख़रीदने में धन ख़र्च कर सकते हैं। विदेश यात्रा के भी योग बन रहे हैं। बहुराष्ट्रीय कंपनियों में काम कर रहे या आयात-निर्यात से जुड़े लोगों के लिए भी यह समय अनुकूल सिद्ध होगा।

स्वास्थ्य के लिहाज से इस दौरान आपकी सेहत में उतार-चढ़ाव आने की संभावना है इसलिए अपने स्वास्थ्य के प्रति सावधान रहें। अपने आसपास स्वच्छता बनाए रखें तथा संतुलित आहार का सेवन करें।

आर्थिक रूप से इस दौरान आपके ख़र्चों में वृद्धि, यहां तक कि आर्थिक नुकसान भी संभव हो सकता है चूंकि बुध आपके बारहवें भाव का स्वामी है और बारहवां भाव व्यय और हानि का भाव होता है।

उपाय: एक पूरा कद्दू लें और इसे अपने माथे पर स्पर्श करें और फिर इसे बहते हुए जल में प्रवाहित कर दें।

8.वृश्चिक

आपके लिए यह अवधि आर्थिक रूप से लाभकारी सिद्ध होगी। व्यक्तिगत जीवन में बड़े भाई-बहनों और चाचा का पूरा सहयोग प्राप्त होगा। साथ ही आपकी सामाजिक प्रतिष्ठा भी बढ़ेगी। पेशेवर जीवन की बात करें तो इस दौरान आपको अपने करियर और व्यवसाय दोनों ही क्षेत्रों में पिछले एक साल में कई गई कड़ी मेहनत का फल मिलेगा। ग्यारहवें भाव से बुध आपके पांचवें भाव में दृष्टि डाल रहा है इसलिए इस दौरान पत्रकारिता, लेखन और अन्य भाषा पाठ्यक्रम से जुड़े छात्रों को सकारात्मक परिणाम देखने को मिलेंगे। कुल मिलाकर वृश्चिक राशि के लोगों के लिए यह समय फलदायी सिद्ध होगा।

उपाय: छोटे बच्चों को हरे रंग का कोई उपहार भेंट करें।

9.धनु

पेशेवर रूप से यह अवधि आपके लिए फलदायी सिद्ध होगी। राजनीति, तकनीकी क्षेत्र और संचार क्षेत्र में कार्यरत लोगों के लिए यह समय सबसे अच्छा रहने वाला है। आपको इस दौरान अपनी योग्यता एवं क्षमता साबित करने के कई अवसर प्राप्त होंगे। साथ ही आपके करियर में सकारात्मक बदलाव की संभावना है या आप अपना कोई काम शुरू कर सकते हैं। दसवें भाव से बुध आपके चौथे भाव पर दृष्टि डाल रहा है, जिसके परिणामस्वरूप आपके संबंध अपनी माता जी के साथ अच्छे रहेंगे तथा आपको उनका पूरा सहयोग प्राप्त होगा। साथ ही घर का माहौल भी सुखद रहेगा।

उपाय: प्रतिदिन बुध ग्रह के बीज मंत्र का जाप करें।

10.मकर

दार्शनिकों, सलाहकारों और अध्यापकों के लिए यह समय अच्छा रहेगा चूंकि इस अवधि में वे बड़ी आसानी से दूसरों को प्रभावित कर सकेंगे, अपनी बात समझा सकेंगे। मकर राशि के जो छात्र उच्च शिक्षा प्राप्त करने की योजना बना रहे हैं, उनके लिए भी यह समय अनुकूल है। इस समय का सदुपयोग करने से उन्हें सफलता अवश्य मिलेगी। व्यक्तिगत जीवन में आपको अपने पिता एवं गुरुओं का पूरा सहयोग मिलेगा। इस दौरान लंबी दूरी की कोई यात्रा या कोई तीर्थ यात्रा भी संभव हो सकती है। नौवें भाव में बुध की स्थिति धर्म के प्रति आपका झुकाव बढ़ाएगी, जिसके परिणामस्वरूप आप धार्मिक गतिविधियों में हिस्सा भी ले सकते हैं। वहीं तीसरे भाव में बुध की दृष्टि आपको अपने छोटे भाई-बहनों से पूरा सहयोग दिलाएगी।

उपाय: मंदिर में हरे रंग की मिठाई दान करें।

11.कुंभ

यह समय आपके लिए थोड़ा चुनौतीपूर्ण हो सकता है। कुछ अचानक होने वाली घटनाएं आपको मानसिक रूप से बेचैनी का अनुभव करा सकती हैं। वहीं यदि आप विवाहित हैं तो इस दौरान आपको अपने ससुराल पक्ष से काफ़ी सहयोग मिलेगा। स्वास्थ्य के लिहाज से आप इस दौरान त्वचा संबंधी समस्याओं के साथ-साथ पीठ दर्द और हाथों में दर्द से भी पीड़ित हो सकते हैं इसलिए आपको सलाह दी जाती है कि इस गोचर काल में ख़ुद के स्वास्थ्य का विशेष रूप से ख़्याल रखें। कुंभ राशि के जो लोग ज्योतिष जैसे शोध या गूढ़ अध्ययन में रुचि रखते हैं, उनके लिए यह समय प्रबल है। वे इस समय का सदुपयोग विद्या सीखने में कर सकते हैं।

उपाय: ट्रांसजेंडर का सम्मान करें और हो सके तो उन्हें हरे रंग के वस्त्र उपहार में दें।

12.मीन

यदि आप एकल जीवन व्यतीत कर रहे हैं तो आपको इस दौरान विवाह के कुछ अच्छे प्रस्ताव मिल सकते हैं। वहीं विवाहित जातकों के लिए यह समय अनुकूल रहेगा। साझेदारी में व्यवसाय शुरू करने के लिए यह समय प्रबल है। यदि आप ऐसी कोई योजना बना रहे हैं तो आप प्रयास कर सकते हैं। आपको इसमें सफलता प्राप्त होगी। सातवें भाव से बुध आपके लग्न पर भी दृष्टि बनाए हुए है, इसलिए आपको अपने स्वास्थ्य और फ़िटनेस का ख़्याल रखना चाहिए। आपको सलाह दी जाती है कि संतुलित आहार का सेवन करें तथा एक अच्छी जीवनशैली अपनाएं।

उपाय: भगवान गणेश की पूजा करें और उन्हें दूब घास (दूर्वा) चढ़ाएं।

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