June में 5 महत्वपूर्ण ग्रहों का परिवर्तन: देशव्यापी प्रभाव के साथ इन राशियों के लिए साबित होंगे बेहद शुभ!
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5 Planets ka Gochar June माह में लाने जा रहा है 12 Rashiyon के लिए बड़े-बड़े बदलाव |
ज्योतिष शास्त्र में ग्रहों के राशि परिवर्तन या गोचर को बहुत महत्वपूर्ण माना गया है. जब भी कोई ग्रह राशि परिवर्तन करता है, तो उसका प्रभाव सभी राशियों के जातकों के जीवन पर देखा जा सकता है. इसके शुभ या अशुभ किसी भी तरह के प्रभाव हो सकते हैं. आइए जानते हैं जून माह में कौन से ग्रह राशि परिवर्तन करने जा रहे हैं.
मंगल ग्रह मीन राशि में गोचर कर चुके है प्रवेश
ज्योतिष शास्त्र में मंगल ग्रह के राशि परिवर्तन का विशेष महत्व है. 17 मई 2022 को सुबह 9 बजकर 52 मिनट पर मंगल ग्रह मीन
राशि में गोचर कर चुके हैं, ये इस राशि में 27 जून 2022 की सुबह 06 बजे तक रहेंगे. इसके बाद मंगल मीन राशि से
निकलकर मेष राशि में गोचर कर जाएंगे. ज्योतिष शास्त्र में कुंडली में मंगल ग्रह को मेहनत, शौर्य, शक्ति, साहस और पराक्रम का कारक माना गया है.
जून महीने में ये ग्रह बदलेंगे अपनी राशि
मंगल ग्रह गोचर-2 जून, 2022
3 जून को बुध होंगे व्रकी
15 जून सूर्य करेंगे गोचर
गुरु ग्रह कुभ राशि में वक्री करने जा रहे
शुक्र ग्रह गोचर 22 जून को
इन राशियों के लिए शुभ
वृषभ राशि, सिंह राशि, धनु राशि इन तीन राशियों के लिए जून का
महीना विशेष शुभ फलदायी रहने वाला है। इस महीने आपके आर्थिक लाभ के योग बनेंगे, कार्यक्षेत्र में सफलता मिलेगी, नई नौकरी तलाश रहे जातकों को शुभ समाचार
मिलेगा, व्यापारी जातकों को नई डील्स और तमाम
लाभ मिलेंगे, इसके अलावा इस दौरान आपके रिश्तों में
भी मजबूती आएगी और प्रेम संबंध मजबूत होंगे।
देश-दुनिया (स्वास्थ्य-व्यापार-आर्थिक हालात) में आएंगे क्या बड़े बदलाव
बुध ग्रह के मार्गी होने के प्रभाव
स्वरूप व्यापारिक गतिविधियों में सुधार होगा और कामकाज में तेजी आएगी। लोगों को
अपनी बुद्धि की वजह से फायदा होगा और राजनीति में बुद्धिमान और अक्लमंद लोगों का
वर्चस्व बढ़ेगा। बुध ग्रह के मार्गी होने का सबसे ज्यादा प्रभाव व्यापार पर पड़
सकता है। बिजनेस में तरक्की देखने को मिलेगी और धन का आगमन सुचारू रूप से होगा।
शनि वक्री होने के प्रभाव स्वरूप कार्य
क्षेत्र प्रभावित हो सकता है। इस दौरान लोगों को आजीविका के लिए दौड़ भाग करनी पड़
सकती है। इसके अलावा वक्री शनि नए व्यापार में संकट और परेशानी की वजह भी बन सकता
है। शनि वक्री जन आंदोलनों, राजनीतिक परिवर्तन, की भी वजह बन सकता है।
सूर्य गोचर के प्रभाव स्वरूप राजनीति
में विपक्ष सरकार की कुछ नीतियों की आलोचना कर सकता है। वहीं सत्ताधारी पार्टी
अपनी नीतियों, रणनीति, और निर्णय से लोकप्रियता बटोर सकती है। अर्थव्यवस्था के लिहाज से बात
करें तो इस दौरान कृषि क्षेत्र में वृद्धि देखने को मिलेगी। साथ ही इस दौरान अचल
संपत्ति, हथियार, और सैन्य उपकरणों में निवेश भी किया जा सकता है। चूंकि सूर्य का
संबंध स्वास्थ्य से भी जोड़कर देखा जाता है ऐसे में सूर्य के इस गोचर के दौरान
मौजूदा कोरोनावायरस की चौथी लहर से लड़ने के लिए लोगों में उचित शक्ति भी प्राप्त
हो सकती है।
ज्योतिष में शुक्र ग्रह का संबंध
आध्यात्मिक क्षेत्र, सौंदर्य, प्रेम, भौतिक सुखों, से जोड़कर देखा जाता है। ऐसे में शुक्र
गोचर के दौरान प्रेम संबंधों, वैवाहिक जीवन, दांपत्य सुख, यौन जीवन में काफी सुधार देखने को मिल
सकता है। इसके अलावा शुक्र गोचर के प्रभाव स्वरूप मौसम और जलवायु पर भी खासा
प्रभाव देखने को मिलेगा। इसके अलावा कला और संस्कृति, फिल्म इंडस्ट्री, व्यवसाय, विलासिता की वस्तुओं, न्याय और राजनीति के क्षेत्र से संबंधित लोगों को भी गोचर काल के
दौरान शुभ फल प्राप्त होने के योग बन रहे हैं।
अंत में बात करें मंगल ग्रह के गोचर की तो मंगल ग्रह को ज्योतिष में भूमि, सेना, पराक्रम, ऊर्जा आदि का कारक ग्रह माना गया है। ऐसे में इस गोचर के प्रभाव स्वरूप मंगल गोचर के इर्द-गिर्द युद्ध जैसे हालात बन सकते हैं क्योंकि ज्योतिष शास्त्र में मंगल को युद्ध का कारक माना गया है। युद्ध की यह स्थिति देश या फिर दुनिया में कहीं भी देखने को मिल सकती है। इसके अलावा मंगल के इस गोचर के प्रभाव स्वरूप भारत की छवि में बदलाव आने की भी योग बन सकते हैं। इसके साथ ही इस दौरान देश की सेना के शौर्य में इजाफा देखने को मिल सकता है जिसके चलते कई देशों को भारत के प्रति अपने विचारों में बदलाव करना पड़ेगा।
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