भारतीय वैदिक ज्योतिष के अनुसार चांदी के पात्र में पानी पीने के चोकने वाले लाभ
भारतीय वैदिक ज्योतिष के अनुसार चांदी के पात्र में पानी पीने के चोकने वाले लाभ |
राहु का प्रकोप झेल रहे हैं तो चांदी के गिलास में पिएं पानी, सेहत और किस्मत दोनों चमक जाएंगे…
ज्योतिष में चांदी के बर्तन में पानी पीने को राहु के अशुभ प्रभाव दूर करने का कारगर उपाय माना जाता है| राहु का प्रकोप झेल रहे हैं तो चांदी के गिलास में पिएं पानी, सेहत और किस्मत दोनों चमक जाएंगे |
राहु के प्रकोप (दशा) में लाभ
जिस किसी व्यक्ति पर भी राहु का प्रकोप होता है वह उस व्यक्ति की बुद्धि को भ्रमित कर देता है जिसकी वजह से वह अपनी जिंदगी में किसी भी कार्य पर सही तरीके से फैसला नहीं ले पाता है जिसके चलते हैं उसको मानसिक और शारीरिक से संबंधित अनेक समस्याओं को झेलना पड़ता है। इसके लो आप की मधुर संबंधों में भी गलतफहमियां उत्पन्न हो जाती है और अगर आपकी वाणी पर आपका नियंत्रण नहीं रहता है। और आपको हर बात पर क्रोध आने लगता है क्रोध आपके स्वभाव का मूल्य सावन जाता है।
जन्म कुंडली में 11वे भाव में राहु का उपाय
अगर आपकी कुंडली में राहु का अशुभ प्रभाव है, जन्म कुंडली में राहु यदि 11वे भाव में विपरीत फल दे रहा है तो आपके जीवन में उथल-पुथल मची रहती है. राहु आपकी बुद्धि को भ्रमित करता है जिससे आप सही फैसले नहीं ले पाते और आपको आर्थिक और मानसिक परेशानियां झेलनी पड़ती हैं. संबन्धों में गलतफहमियां बढ़ती हैं, वाणी पर नियंत्रण नहीं रहता और क्रोध आपके स्वभाव का हिस्सा बन जाता है. अगर आपके साथ भी ऐसा कुछ हो रहा है तो चांदी के गिलास में पानी पीना शुरू कीजिए. इससे राहु संबन्धी तमाम परेशानियां कम होंगी और आपके तमाम काम बनने लगेंगे. साथ ही आपकी सेहत भी दुरुस्त होगी…
ज्योतिष के अनुसार चंद्रमा और शुक्र का कारक
ज्योतिष में चांदी को पवित्र धातु का दर्जा दिया गया है. ये चंद्रमा और शुक्र का कारक है. चंद्रमा मजबूत होने से मानसिक तनाव कम होता है और व्यक्ति को शांति मिलती है. वहीं शुक्र की मजबूती धन, वैभव और संपन्नता लेकर आती है. ज्योतिषीय उपायों के अनुसार यदि व्यक्ति रोजाना चांदी के गिलास में पानी पिए तो काफी लाभ होता है. अगर पानी के साथ नियमित रूप से एक तुलसी का पत्ता भी निगल लिया जाए तो ज्यादा तेजी से लाभ होता है.
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