G-B7QRPMNW6J बुध- बुद्धि - वाणिज्य और व्यापार का ग्रह हुआ मार्गी इन 7 राशियों पर बरसेगी अपार कृपा
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बुध- बुद्धि - वाणिज्य और व्यापार का ग्रह हुआ मार्गी इन 7 राशियों पर बरसेगी अपार कृपा

Jyotish With AkshayG

बुध- बुद्धि - वाणिज्य और व्यापार का ग्रह हुआ मार्गी इन 7 राशियों पर बरसेगी अपार कृपा

बुध- बुद्धि - वाणिज्य और व्यापार का ग्रह हुआ मार्गी इन 7 राशियों पर बरसेगी अपार कृपा
बुध- बुद्धि - वाणिज्य और व्यापार का ग्रह हुआ मार्गी इन 7 राशियों पर बरसेगी अपार कृपा 

 

ज्योतिष में बुध ग्रह को बुद्धि, वाणी, वाणिज्य, संचार, और व्यापार आदि से जोड़कर देखा जाता है। माना जाता है जिन जातकों की कुंडली में बुध ग्रह मजबूत स्थिति में होते हैं ऐसे जातकों का संवाद कौशल बेहद ही शानदार होता है और यह अपनी बातों से ही लोगों का मन मोहने की काबिलियत रखते हैं। वहीं इसके विपरीत जिन जातकों के जीवन में बुध की शुभ स्थिति ना हो या बुध किसी पापी ग्रह से पीड़ित हो ऐसे जातकों के जीवन में तमाम नकारात्मक परिणाम जैसे दिमागी रूप से कमजोर होना, चीजों को समझने में तमाम तरह की मुश्किलें उठाना, आदि झेलनी पड़ती है।

कुंडली में बुध का प्रभाव

ज्योतिष विज्ञान में बुध को बुद्धि, वाणी, वाणिज्य, गणित, संचार, व्यापार आदि का कारक ग्रह माना गया है। ऐसे में यदि बुध किसी जातक की कुंडली में मजबूत स्थिति में विराजमान रहता है तो ऐसे जातक संवाद करने में काफी अच्छे होते हैं और अपनी बातों से सबका मन मोह लेते हैं। बली बुध जातकों को तार्किक बनाता है और वे व्यवसाय में सफलता प्राप्त करते हैं। इसके अलावा बुध की कृपा होने पर व्यक्ति रूप से भी सुंदर होता है। ऐसे जातक अपनी असल उम्र से हमेशा कम उम्र के नजर आते हैं।

बुध यदि किसी जातक की कुंडली में अच्छी स्थिति में न हो यानी कि किसी पापी ग्रह से पीड़ित हो तो जातकों को नकारात्मक परिणाम भी प्राप्त होते हैं। ऐसे जातक दिमागी रूप से कमजोर हो जाते हैं और उन्हें किसी भी चीज को समझने में आवश्यकता से अधिक मेहनत करनी पड़ती है। इसके साथ ही कमजोर बुध कमजोर आर्थिक स्थिति का भी कारक माना जाता है। कुंडली में बुध की कमजोर स्थिति की वजह से जातकों को जीवन में स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का भी सामना करना पड़ता है। ऐसे जातकों को नसों से संबंधित समस्या, बहरापन, नाक व मुँह से संबंधित रोग, चर्म रोग, तंत्रिका तंत्र से जुड़े रोग आदि रोग जीवन में तकलीफ देते हैं।

बुध मार्गी का समय

बुध देव अब 3 जून 2022, शुक्रवार को दोपहर 1 बजकर 07 मिनट पर अपनी वक्री गति समाप्त करते हुए पुनः मार्गी अवस्था में आ जाएंगे और इसके पश्चात् ही वृषभ राशि में स्थित रहकर शुक्र देव सभी राशियों को किसी न किसी रूप से आवश्यक ही प्रभावित करेंगे।

मेष

मेष राशि के जातकों की इस अवधि में सोशल नेटवर्किंग साइट्स पर सक्रियता बढ़ेगी और वे ज्यादा से ज्यादा लोगों से संवाद करना पसंद करेंगे। वहीं वैवाहिक जीवन के दृष्टिकोण से देखा जाए तो विवाह में चली आ रही परेशानियों से आपको कुछ छुटकारा मिलने के योग बन रहे हैं। क्योंकि पति-पत्नी के बीच प्रेम बढ़ेगा और उनकी आपसी समझ में सुधार देखने को मिल सकता है। जिसकी वजह से आपका मन प्रसन्न रहेगा। आर्थिक तौर पर भी यह समय आपके लिए सकारात्मक नतीजे लेकर आएगा। आपको धन लाभ होने की प्रबल संभावना है और इससे आपकी आर्थिक स्थिति को मजबूती भी मिल सकेगी।

उपाय: मां कात्यायनी की पूजा करें और उनके मंत्रों का जाप करें।

वृषभ राशि

बुध ग्रह वृषभ राशि के दूसरे और पांचवें भाव का स्वामी है। और इस समय बुध ग्रह वृषभ राशि के लग्न भाव में गोचर कर रहे हैं। इस अवधि के दौरान, जातक अपने परिवार के साथ सौहार्दपूर्ण समय व्यतीत करेंगे, और जातक अपने जीवनसाथी के साथ आनंदमय जीवन व्यतीत करेंगे। इस गोचर के दौरान आपका जीवनसाथी आपका पूरा साथ देगा क्योंकि सप्तम भाव पर बुध की दृष्टि लाभकारी होगी। आर्थिक रूप से, यह अवधि वृषभ राशि के जातकों के लिए बहुत अच्छी है। समाज में नाम, प्रसिद्धि और मान-सम्मान में वृद्धि होगी और आपके रिश्ते में सफलता मिलेगी। जो लोग नौकरी में हैं उनके लिए यह समय उत्तम है, उन्हें नौकरी के कई न अवसर मिलने की संभावना है।  जो जातक व्यापार से जुड़े हैं उन्हें इस दौरान लाभ मिलेगा। स्वास्थ्य की दृष्टि से इस अवधि में आप तंदुरूस्त और स्वस्थ महसूस करेंगे।

इस अवधि के दौरान अल्पावधि के साथ-साथ दीर्घकालिक लाभ में निवेश करें।

उपाय: मां लक्ष्मी की आराधना करें और किसी मंदिर में जाकर उनके समक्ष घी का एक दीपक ज़रूर जलाएं।

मिथुन

इस समय आपके स्वास्थ्य में कुछ गिरावट दिखाई देगी। ऐसे में यदि आप पहले से किसी बीमारी से पीड़ित है तो उससे जुड़ी भी कुछ समस्या बढ़ने से आपको परेशानी संभव है। इसलिए इस समय आपके लिए अपने स्वास्थ्य का खास ध्यान रखना ही सबसे अधिक आवश्यक रहने वाला है। आप इस समय अपने पहले से अटके हुए कार्यों को पूरा करने में सक्षम रहेंगे। परंतु बावजूद इसके अपनी चीजों का खास ख्याल रखने की आपको सलाह दी जाती है। क्योंकि वस्तुओं के प्रति आपका लापरवाह स्वभाव होने से आपकी कोई वस्तु खो भी सकती है। आर्थिक दृष्टिकोण से आपको अपने धन का सही प्रयोग करना और केवल आवश्यक की चीज़ों की ख़रीदारी करना ही आपके लिए अनुकूल रहेगा। वो जातक जो सट्टेबाजी से जुड़े हैं उन्हें किसी भी प्रकार के गैरकानूनी कार्यों से दूर रहने की सलाह दी जाती है। 

उपाय: गणेश जी की आराधना करें और उन्हें बूंदी के लड्डू का भोग लगाएं।

कर्क राशि

ग्रहों के युवराज बुध देव कर्क राशि के 12वें और तीसरे भाव का स्वामी है और इस समय आय, इच्छा और लाभ के स्थान यानि 11वें भाव में गोचर कर रहे हैं। यह अवधि कर्क राशि के जातकों के लिए अनुकूल परिणाम लेकर आएगी। जातक को अपनी आय में उल्लेखनीय वृद्धि देखने को मिलेगी, और इस समय के दौरान नौकरी में होने पर उन्हें उच्च या वेतन वृद्धि मिलने की संभावना है। आर्थिक दृष्टि से देखा जाए तो इस अवधि में किया गया निवेश सफलता लाएगा।  इसलिए इस अवधि के दौरान अल्पावधि के साथ-साथ दीर्घकालिक लाभ में निवेश करें। निजी जीवन में कर्क राशि के जातक सामाजिक रूप से बहुत सक्रिय रहेंगे और अच्छे सामाजिक संपर्क में रहेंगे। आप अपने दोस्तों के साथ बहुत अच्छा समय बिताएंगे, और वरिष्ठों से मददगार अंतर्दृष्टि आपकी बहुत मदद करेगी। आप अपने परिवार के साथ आनंदमय समय बिताएंगे, और आप अपने जीवनसाथी के साथ कुछ क्वालिटी टाइम बिताएंगे। स्वास्थ्य की दृष्टि से यह अवधि आपके लिए फलदायी रहेगी, और आप शारीरिक रूप से स्वस्थ महसूस करेंगे।

यदि आप प्रॉपर्टी संबंधी निवेश करेंगे तो यह आपको लाभ प्रदान करेगा।

उपाय: भगवान शिव की आराधना करें और नियमित रूप से शिवलिंग का जलाभिषेक करें।

सिंह राशि

बुध ग्रह सिंह राशि के 11वें और दूसरे भाव का स्वामी है और इस समय पेशे और करियर भाव यानि दशम स्थान में गोकहर कर रहे हैं।  यह अवधि सिंह राशि के जातकों के लिए बहुत हई अनुकूल रहेगी। कार्यस्थल में आप स्वयं को साबित कर पाने में सफल रहेंगे और यह आपके लिए लाभदायक रहेगा। इस अवधि के दौरान आप नाम और प्रसिद्धि अर्जित करेंगे। आप अपने कार्य को कुशलतापूर्वक और प्रभावी ढंग से पूरा करने में सक्षम होंगे। यदि आप प्रॉपर्टी संबंधी निवेश करेंगे तो यह आपको लाभ प्रदान करेगा। निजी जीवन में आप सकारात्मक विचारों से भरे रहेंगे, जिससे आपके घर में घरेलू शांति बढ़ेगी। आपका वैवाहिक जीवन भी कुछ सकारात्मक परिणाम दिखाएगा और जीवनसाथी के साथ आपका तालमेल अच्छा रहेगा। स्वास्थ्य की दृष्टि से आपके स्वास्थ्य को कोई बड़ा कष्ट नहीं है, फिर भी लापरवाही न बरतें। 

आपको इस अवधि के दौरान नौकरी के नए अवसर प्राप्त होंगे।

उपाय: नियमित रूप से सुबह तांबे के लोटे से सूर्य को रोजाना जल अर्पित करें।

कन्या राशि 

बुधदेव कन्या राशि के लग्न भाव और दशम भाव के स्वामी हैं और इस समय धर्म और भाग्य के भाव यानि नवां स्थान में गोचर कर रहे हैं। इस गोचर के दौरान आपका पेशेवर जीवन बहुत अच्छा रहेगा और आपको इस अवधि के दौरान नौकरी के नए अवसर प्राप्त होंगे। कला के क्षेत्र से जुड़े रहने वाले जातकों को अनुकूल परिणाम प्राप्त होंगे। इस समय आप उच्च अधिकारियों के साथ अच्छे संबंध बनाए रखेंगे, जिससे आपको कार्यक्षेत्र में तरक्की के अवसर भी मिलेंगे। जो छात्र विदेश में पढ़ाई करना चाहते हैं उनके लिए भी यह बहुत अच्छा समय है। आर्थिक रूप से बात करें तो इस गोचर के दौरान आपके खर्च थोड़े अधिक होंगे, लेकिन साथ ही साथ यह भी संभावना है कि आपको वेतन में वृद्धि हो। फिर भी आपको भविष्य की जरूरतों के लिए बचत पर ध्यान केंद्रित करने की सलाह दी जाती है। अपने निजी जीवन में, अपने माता-पिता का सम्मान करें और अपने भाई-बहनों के साथ अच्छे संबंध बनाए रखें। 

पेशेवर रूप से इस गोचर के दौरान, जातकों कुछ कामों मे सफलता मिलेगी। 

उपाय: गणेश जी की आराधना करें और गणेश जी को हरी दूर्वा घास भेंट करें।

तुला

बुध देव की कृपा से आपको भाग्य का भी पूर्ण साथ मिलता हुआ दिखाई देगा। इससे आप अपने करियर में सफलता हासिल कर उन्नति करेंगे। कई नौकरीपेशा जातकों की पदोन्नति होने से उनकी आय में वृद्धि संभव है। व्यापारी जातक भी अपने व्यवसाय में विस्तार करने के लिए अपनी योजनाओं पर अमल कर सकेंगे। इस दौरान आपके द्वारा किया गया हर निवेश भी आपको अच्छा धन लाभ देने के योग बनाएगा। स्वास्थ्य जीवन के दृष्टिकोण से भी बुध की ये स्थिति आपकी सेहत में सुधार लेकर आ रही है। खासतौर से वो जातक जो अपनी पूर्व की किसी समस्या से पिछले लंबे समय से परेशान चल रहे थे, वे इस दौरान अपनी हर बीमारी से निजात पाते हुए एक स्वस्थ जीवन का आनंद ले सकेंगे। आर्थिक जीवन भी अनुकूल रहेगा और आपको धन लाभ होने के योग बनेंगे। यदि कोई पुराना धन रुका हुआ था तो आप उसे वापस पा सकेंगे। इस राशि के शिक्षा से जुड़े जातकों के लिए भी समय शुभ ही रहेगा। क्योंकि बुध देव उन्हें अपनी पूर्व की मेहनत का फल देते हुए अपना अच्छा प्रदर्शन देने में उनकी मदद करेंगे। इसके फलस्वरूप इस समय छात्र शिक्षा से संबंधी जो भी प्रयास करेंगे उसमे उन्हें पूर्ण रूप से सफलता मिलेगी।

उपाय: अपनी मां या मां समान किसी अन्य महिला को हरे वस्त्र उपहार में भेंट करें।

वृश्चिक

मार्गी स्थिति का सबसे अधिक नकारात्मक प्रभाव शादीशुदा जातकों के दांपत्य जीवन पर पड़ेगा। उन्हें इस दौरान अपने जीवनसाथी के साथ कई परेशानियों से दो-चार होना पड़ेगा। निजी जीवन में चल रही इन विपरीत परिस्थितियों के कारण आप अपना मन कामकाज पर भी नहीं लगा पाएंगे। कार्यक्षेत्र पर भी आपको अतिरिक्त मेहनत करने की ज़रूरत होगी। क्योंकि आपकी मेहनत ही आपको करियर में अच्छे परिणाम प्राप्त करने में मददगार सिद्ध होगी। हालांकि अनुकूल परिणामों को मिलने में कुछ समय ज़रूर लग सकता है। साथ ही आपको अपने स्वभाव में सौम्यता लाने और अपने क्रोध पर नियंत्रित रखने की सलाह दी जाती है। हालांकि निजी जीवन में आपको अनुकूलता मिलेगी। यदि आप शादीशुदा हैं और अपने दांपत्य जीवन में विस्तार का सोच रहे थे उन्हें इस दौरान सफलता मिल सकती है। जिससे घर-परिवार में ख़ुशी भरा वातावरण रहेगा।

उपाय: घर से बाहर निकलते समय अपने पास एक हरा रुमाल ज़रूर रखें।

धनु

विरोधियों, रोग, पीड़ा, जॉब, कम्पीटीशन, रोग प्रतिरोधक क्षमता, शादी-विवाह में अलगाव एवं कानूनी विवादों को देखा जाता है। ऐसे में बुध मार्गी का ये प्रभाव जातकों को मिश्रित फल मिलने की संभावना बनाएगा। कार्यक्षेत्र पर नौकरी की तलाश कर रहे जातकों को यूँ तो सफलता मिलेगी और वे कार्यस्थल पर अपनी नौकरी में प्रमोशन हासिल करेंगे। परंतु बावजूद इसके इस दौरान आपको अपने खर्चों पर नियंत्रण रखने की अधिक आवश्यकता रहने वाली है। इसलिए बेकार की चीजों पर अपना धन खर्च करने से बचें, अन्यथा भविष्य में बड़ी आर्थिक तंगी से दो-चार होना पड़ेगा। अब बात करें शादीशुदा जातकों की तो यूँ तो आपको अपनी संतान पक्ष की तरफ से कोई खुशखबरी प्राप्त हो सकती है। जिसके कारण आपको उन पर गर्व की अनुभूति होगी और आप उनके साथ समय व्यतीत करते दिखाई देंगे। वैवाहिक जीवन में जीवनसाथी के साथ कुछ विवाद या मनमुटाव भी रहेगा। वहीं प्रेमी जातकों की लव लाइफ में भी इस अवधि में कुछ प्रतिकूल परिणाम देखे जा सकते हैं।

उपाय: कोई भी कार्य शुरू करने से पहले अपनी मां या मां समान किसी महिला का आशीर्वाद ज़रूर लें।

मकर राशि

बुध ग्रह मकर राशि के  छठे और नवम भाव के स्वामी हैं और इस समय प्रेम, रोमांस और संतान के भाव यानी पंचम भाव में गोचर कर रहे हैं। पेशेवर रूप से इस गोचर के दौरान, जातकों कुछ कामों मे सफलता मिलेगी। वे अपनी परियोजना को पूरा करने में अधिक रचनात्मक होंगे। छात्रों के लिए यह एक अच्छा समय होगा क्योंकि वे अपनी समस्याओं को बहुत आसानी से हल करने में सक्षम होंगे और अपनी पढ़ाई पर ठीक से ध्यान केंद्रित कर पाएंगे। लॉटरी और सट्टेबाजी के दौरान कुछ पैसे निवेश कर सकते हैं क्योंकि यहां लाभ की संभावना है। बुध ग्रह का यह गोचर व्यापारियों को भी इस दौरान लाभ मिलेगा।  स्वास्थ्य के लिहाज से आप फिट और स्वस्थ रहेंगे, लेकिन फिर भी यह सलाह दी जाती है कि आप किसी भी तरह की शारीरिक गतिविधि में शामिल न हों और खुद को तनाव में न लें। 

इस अवधि के दौरान, जातक को अपने संचार कौशल में भी सुधार देखने को मिलेगा। 

उपाय: नियमित रूप से गाय को हरा चारा खिलाएं।

कुम्भ

माता, जीवन में मिलने वाले सभी प्रकार के सुख, चल-अचल संपत्ति, लोकप्रियता एवं भावनाओं को देखा जाता है। ऐसे में बुध की ये स्थिति कुंभ राशि के जातकों के लिए बेहद ही शुभ रहने वाली है। खासतौर से इस राशि के छात्रों को शिक्षा से जुड़े अच्छे फल मिल सकेंगे। क्योंकि आपको पढ़ाई-लिखाई से संबंधित किए गए अपने सभी प्रयासों में सफलता मिलेगी और वे परीक्षा में अपना उत्तम प्रदर्शन देने में सक्षम होंगे। परंतु प्रेम संबंधों में थोड़ा सतर्क रहना होगा। क्योंकि आशंका है कि प्रियतम की सेहत में आ रही गिरावट आपके निजी जीवन के साथ-साथ आपके कार्यक्षेत्र को भी प्रभावित करे। इसके अलावा आपको अपने स्वयं के स्वास्थ्य के प्रति भी सचेत रहने की सलाह दी जा रही है। कार्यक्षेत्र पर आपको अपनी रणनीतियों और योजनाओं को दूसरों के साथ साझा करने से बचना होगा। क्योंकि इस समय आप रचनात्मक होंगे और हर कार्य को बहुत जल्दी करते दिखाई देंगे। वहीं यदि आप बिजनेस से जुड़े हैं तो आपको ये समय अपने व्यापार से संबंधित कई लाभदायक अवसर देने के योग बनाएगा। आर्थिक जीवन में भी आप आपका कोई पुराना रुका हुआ धन वापस प्राप्त कर सकेंगे। इससे आपके जीवन में आ रही आर्थिक तंगी कुछ हद तक दूर होगी।

उपाय: मंदिर जाकर गणेश जी की आराधना करें और उन्हें लड्डूओं का भोग लगाएं।

मीन राशि

बुध ग्रह मीन राशि के चौथे और सातवें भाव के स्वामी है और इस समय साहस, यात्रा और भाई-बहनों के भाव यानी  तीसरे भाव में गोचर कर रहे हैं । इस गोचर के दौरान मीन राशि के जातक बहुत साहसी महसूस करेंगे। इस अवधि के दौरान, जातक को अपने संचार कौशल में भी सुधार देखने को मिलेगा। आर्थिक रूप से देखें तो आपको लंबी अवधि की योजनाओं में निवेश करने की सलाह दी जाती है क्योंकि इससे आपको लाभ होगा। इस अवधि में की गई यात्राएं आपको लाभ दिलाने वाली हैं। निजी जीवन में पति-पत्नी को आपसी संबंधों को सुधारने के लिए एक-दूसरे के साथ कुछ समय बिताना चाहिए। इस अवधि में आपके माता पिता के साथ संबंधों में सुधार होगा। हालांकि कई बार आप तनाव का अनुभव कर सकते हैं, लेकिन अपनी सहनशक्ति से आप इस अवधि में किसी भी विपरीत परिस्थिति से अच्छी तरह निपटने में सक्षम होंगे। वैवाहिक जीवन में किसी भी तरह के वाद-विवाद से बचने की सलाह दी जाती है, अन्यथा लड़ाई-झगड़े बढ़ सकते हैं। 

उपाय: गरीबों व ज़रूरतमंदों में सफेद चीजों का दान करें और घर से निकलने से पहले हमेशा दही का तिलक करें।

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