G-B7QRPMNW6J 47 साल बाद वक्री होकर वृष राशि में मंगल का आगमन बना रहा अशुभ योग सतर्क रहें 4 राशियां
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47 साल बाद वक्री होकर वृष राशि में मंगल का आगमन बना रहा अशुभ योग सतर्क रहें 4 राशियां

Jyotish With AkshayG

47 साल बाद वक्री होकर वृष राशि में मंगल का आगमन बना रहा अशुभ योग सतर्क रहें 4 राशियां

47 साल बाद वक्री होकर वृष राशि में मंगल का आगमन बना रहा अशुभ योग सतर्क रहें 4 राशियां
47 साल बाद वक्री होकर वृष राशि में मंगल का आगमन बना रहा अशुभ योग सतर्क रहें 4 राशियां


इससे पहले मंगल ने ऐसी चाल 14 दिसंबर 1975 को चली थी. 47 साल बाद मंगल एक बार फिर वक्री होकर वृषभ राशि में गया है.

13 नवंबर को वक्री मंगल ने वृषभ राशि में गोचर किया है. इस राशि में मंगल 12 मार्च 2023 तक रहेगा. ग्रहों के सेनापति मंगल ने 13 नवंबर को वक्री अवस्था में वृषभ राशि में गोचर किया है. इस राशि में मंगल 12 मार्च 2023 तक रहेगा. मंगल के इस गोचर को कई मायनों में खास माना जा रहा है. मंगल का यूं वक्री होकर राशि बदलना एक दुर्लभ घटना है. इससे पहले मंगल ने ऐसी चाल 14 दिसंबर 1975 को चली थी. 47 साल बाद मंगल एक बार फिर वक्री होकर वृषभ राशि में गया है. 

47 साल बाद वक्री होकर वृष राशि में मंगल का आगमन वृष राशि में आपदाओं की आशंका

एक दिन पहले

मंगल ग्रह अब तक मिथुन राशि में था। लेकिन अब ये टेढ़ी चाल चलते हुए लौटकर एक राशि पीछे की ओर आ गया है। ये वृष राशि में 12 मार्च 2023 तक रहेगा। मंगल का इस तरह वक्री होकर राशि बदलना ठीक नहीं है। कई सालों में ऐसी स्थिति बनती है। ऐसा 46 साल पहले यानी 14 दिसंबर 1975 को हुआ था। उस समय झारखंड की कोयला खदान में पानी भरने से कई लोग मर गए थे। वहीं जनवरी 1976 में जर्मनी से उठे तूफान से यूके और अन्य देशों में बाढ़ आ गई थी। मंगल की चाल में हुए बदलाव के कारण ज्योतिषी फिर ऐसी आपदाओं की आशंका जता रहे हैं।

प्राकृतिक आपदा और दुर्घटनाओं की आशंका

मंगल की वजह से देश में आंदोलन, हिंसा, उपद्रव और आगजनी की स्थितियां बन सकती है। हवाई या पानी से जुड़ी दुर्घटना होने की आशंका है। देश के कुछ हिस्सों में बर्फबारी और बारिश हो सकती है। सेना और पुलिस विभाग से जुड़े बड़े मामले सामने आ सकते हैं। जल सेना की ताकत बढ़ेगी। देश की कानून व्यवस्था भी मजबूत होगी।

45 की बजाय 120 दिनों तक रहेगा वृष राशि में

मंगल अपनी सामान्य चाल के हिसाब से एक राशि में 45 दिन रहता है। लेकिन 10 अगस्त से 16 अक्टूबर तक 67 दिन वृष राशि में रहा। इसके बाद अब फिर इस राशि में आ गया और 12 मार्च तक यानी 120 दिन रहेगा।

मंगल की वजह से 1975-76 में आपदाएं

14 दिसंबर 1975 को मंगल वक्री चाल से चलते हुए वृष राशि में आया था। जो कि 19 जनवरी 1976 तक था। जिससे 27 दिसम्बर 1975 को झारखंड के धनबाद जिले की चासनाला कोयला खदान में 372 लोगों की मौत हुई थी।

02 जनवरी 1976 को 'कैपेला' तूफान शुरू हुआ था। जिसमें 215 किमी/घंटे की रफ्तार से हवा चल रही थी। जिससे कई समुद्री तटों पर बसे देशों में बाढ़ आ गई। इस तूफान से आयरलैंड, यूके, फ्रांस, डेनमार्क, जर्मनी, नीदरलैंड, स्विट्जरलैंड, इटली और पोलैंड में कई लोग मारे गए।

मंगल से बढ़ती है ऊर्जा लेकिन विवाद भी होते हैं

मंगल के कारण उत्साह बढ़ने लगता है। इस ग्रह से शारीरिक ऊर्जा भी बढ़ती है। ज्योतिष में मंगल को ऊर्जा का कारक ग्रह कहा गया है। इस ग्रह के कारण ही इंसान में किसी भी काम को करने की इच्छा पैदा होती है। मंगल का असर हथियार, औजार, सेना, पुलिस और आग से जुड़ी जगहों पर होता है।

इस ग्रह के अशुभ असर से गुस्सा बढ़ता है और विवाद होते हैं। इसलिए मंगल की चाल टेढ़ी होने से हर काम सोच-समझकर करना चाहिए। जल्दबाजी से बचना होगा। मंगल के अशुभ असर के कारण आम लोगों में गुस्सा और इच्छाएं बढ़ने लगती हैं। इच्छाएं पूरी नहीं होने पर लोग गलत कदम उठा लेते हैं। जिससे विवाद और दुर्घटनाएं होती हैं।

मंगल के इस दुर्लभ संयोग के बाद कुछ राशि के जातकों को विशेष रूप से सावधान रहना होगा.

मेष राशि- 

वक्री मंगल का वृषभ राशि गोचर मेष राशि वालों की मुश्किलें बढ़ा सकता है. परिवार के साथ झगड़े की स्थिति उत्पन्न हो सकती है. आर्थिक मोर्चे पर धन हानि होने की संभावना बन रही है. रुपये-पैसे के लेन-देन और निवेश के मामले में बहुत सावधानी बरतनी होगी. यह गोचर करियर के लिहाज से भी आपके लिए अच्छा नहीं माना जा रहा है. सफलता पाने के लिए छात्रों को बहुत ज्यादा प्रयास करना पड़ेगा. दांपत्य जीवन में खटास पैदा हो सकती है.

मिथुन राशि- 

वृषभ राशि में वक्री मंगल खर्चों में बढ़ोतरी का कारण बनेगा. छोटे भाई या बहन से किसी बात पर अनबन हो सकती है. यात्राओं से भारी नुकसान हो सकता है. यदि इस दौरान आप किसी बड़े निवेश के बारे में सोच रहे हैं तो फिलहाल इसे टाल दें. इस समय छोटी से छोटी बीमारी को अनदेखा करना आपको भारी पड़ सकता है. दाम्पत्य जीवन में भी अनबन हो सकती है. अहंकार से नुकसान होगा.

तुला राशि- 

वृष राशि में वक्री मंगल तुला राशि के जातकों के लिए चुनौतिपूर्ण रहने वाला है. आपको सफलता हासिल करने के लिए कड़ी मेहनत करनी पड़ेगी. आप मानसिक तनाव से भी पीड़ित रह स कते हैं. आर्थिक मोर्चे पर काफी उतार-चढ़ाव का सामना कर सकते हैं. इस समय आपका लोगों से व्यवहार काफी अलग रहेगा, जिसकी वजह से ऑफिस में सहकर्मियों से आपके संबंध बिगड़ सकते हैं. अपनी वाणी को लेकर बहुत सतर्क रहने की आवश्यकता है.

मकर राशि- 

वक्री मंगल मकर राशि वालों की संतान, व्यवहार और करीबी संबंधों पर बुरा असर डालेगा. बच्चों की सेहत खराब हो सकती है. दांपत्य जीवन में खटास पड़ सकती है. करीबी दोस्तों से रिश्ते बिगड़ सकते हैं. निवेश से जुड़े मामलों में भी आपको बहुत सावधानी बरतनी होगी. इस दौरान कर्ज में दिया हुआ रुपया भी डूब सकता है. बैंक-बैलेंस बिगड़ सकता है.

Vakri Mangal Ka Vrish Rashi mein Pravesh: 

मंगल जन्मकुंडली में तीसरे, छठे और दशम भाव के कारक भी माने गए है। मंगल को लग्न और अष्टम भाव का आधिपत्य दिया गया है। व्यक्ति की ऊर्जा, साहस और पराक्रम का विचार मंगल से ही किया जाता है। तीसरे, छठे और ग्यारहवें भाव में मंगल देव जातक को करोड़पति भी बनाते हुए देखे गए है। मंगल ग्रह भूमि के साथ-2 इंजीनियरिंग का कारक भी कहा गया है। किसी भी व्यक्ति को भूमि और संपत्ति का सुख बिना मंगल की कृपा के नहीं मिलता है। मंगल देव 13 नवंबर को वक्री अवस्था में ही वृष राशि में प्रवेश कर रहे है। उनके इस गोचर से 4 राशियों के लिए अच्छे समय की शुरुआत होने वाली है। 

कर्क राशि- 

इस अवधि में आपको मंगल देव की कृपा से धन लाभ होने की उम्मीद है। आपको कोई बड़ा काम या बड़ा ऑर्डर मिल सकता है। पैतृक व्यवसाय से जुड़े लोगों के लिए समय अनुकूल रहेगा। सरकारी नौकरी की तैयारी कर रहे जातकों को भी सफलता मिलेगी। इस समय किसी करीबी मित्र से मित्रता प्रेम में बदलने जा रही है। विवाहित जातक पत्नी के साथ घूमने बाहर जा सकते है। 

सिंह राशि- 

इस गोचर काल में आप अपने कार्य स्थल पर लक्ष्यों को सिद्ध करने में सफल होंगे। भूमि, अग्नि और शस्त्र निर्माण से जुड़े लोगों का साहस और पराक्रम बढ़ा हुआ रहेगा। इस समय आप अपने घर की सुविधाओं के लिए धन खर्च करेंगे। इस अवधि में समाज में आपका मान सम्मान बढ़ा हुआ रहने वाला है। सरकारी नौकरी कर रहे जातकों को सरकार से सहयोग मिलेगा। इस अवधि में आपकी वाणी का प्रभाव बढ़ा हुआ रहेगा।

धनु राशि- 

इस समय इस राशि के जातकों को विदेश से लाभ होगा। वीजा के लिए आवेदन करने का सही समय है। कार्य स्थल पर शत्रु परास्त होंगे। किसी महिला मित्र की सहायता से विदेश से बड़ा ऑफर मिल सकता है। अपने पिता और गुरुओं के आशीर्वाद से आप इस समय लक्ष्य सिद्धि करने में सफल होंगे। अगर आपको रक्त संबंधी विकार से जुड़ी कोई बीमारी है तो अपना ध्यान रखना होगा। 

मीन राशि- 

इस समय आपको कोर्ट कचहरी से जुड़े मामलों में सफलता मिलती हुई दिखाई दे रही है। इस अवधि में की गई यात्राओं से लाभ होगा। आप अपनी पत्नी के साथ किसी धार्मिक यात्रा पर भी जा सकते है। इस समय आपको भूमि भवन से जुड़ा कोई बड़ा लाभ हो सकता है। किसी पुरानी बीमारी से आपको निजात मिल सकती है। कार्य स्थल पर आपको तरक्की मिल सकती है। इस समय आपके सीनियर आपका पूरा सहयोग करेंगे।

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