आप भी रोजाना 7 घंटे से ज्यादा सोने से हो सकते हैं इन गंभीर बीमारियों के शिकार
आप भी रोजाना 7 घंटे से ज्यादा सोने से हो सकते हैं |
इससे दिमाग से खराब तत्व हटाने में मदद मिलती है. जैसे-जैसे उम्र बढ़ती है, नींद कम होती जाती है. इससे ब्रेन के वेस्ट प्रॉडक्ट को हटाने में दिक्कतें होने लगती है. जिससे चिड़चिड़ापन, झुंझलाहट, गुस्सा और दूसरी दिक्कतें बढ़ने लगती हैं.
क्या आप भी रोजाना 7 घंटे से ज्यादा सोते हैं? हो सकते हैं इन गंभीर बीमारियों के शिकार
यह बात तो सब जानते हैं कि अच्छी सेहत के लिए पर्याप्त नींद (Sleep) लेना जरूरी है. लेकिन यह पर्याप्त नींद कितनी होनी चाहिए. खासकर 35 साल से ऊपर वाले लोगों को फिट रहने के लिए कितने घंटे सोना ठीक रहता है. इस बारे में अब खुलासा हो गया है.
रोजाना 7 घंटे की नींद होती है पर्याप्त
हाल में सामने आई स्टडी में सामने आया है कि 35 साल से ऊपर वाले सभी लोगों को रोजाना 7 घंटे की नींद पर्याप्त रहती है. इस उम्र के लोगों को न तो इससे ज्यादा सोना चाहिए और न ही कम. ऐसा करने से उन्हें शारीरिक और मानसिक बीमारियों का सामना करना पड़ सकता है.
ब्रेन के वेस्ट प्रॉडक्ट हो जाते हैं रिलीज
कैंब्रिज और फूडान यूनिवर्सिटी की ओर से संयुक्त रूप से की गई स्टडी में कहा गया है कि अच्छी नींद (Good Sleep) लेना शरीर और मस्तिष्क दोनों के लिए जरूरी होता है. इससे दिमाग से खराब तत्व हटाने में मदद मिलती है. जैसे-जैसे उम्र बढ़ती है, नींद कम होती जाती है. इससे ब्रेन के वेस्ट प्रॉडक्ट को हटाने में दिक्कतें होने लगती है. जिससे चिड़चिड़ापन, झुंझलाहट, गुस्सा और दूसरी दिक्कतें बढ़ने लगती हैं.
5 लाख लोगों पर की गई स्टडी
Nature Aging में पब्लिश रिसर्च रिपोर्ट में कहा गया है कि चीन और ब्रिटेन में 35 साल से 73 साल के 5 लाख लोगों पर यह स्टडी की गई. उनसे उनके सोने के समय, मानसिक सेहत और स्वास्थ्य के बारे में पूछा गया. इसके अलावा 40 हजार लोगों के ब्रेन इमेजिंग डेटा का भी विश्लेषण किया गया.
7 घंटे से कम-ज्यादा सोना खतरनाक
सभी डेटा के विश्लेषण के बाद स्पष्ट हुआ कि अच्छे स्वास्थ्य के लिए कम और ज्यादा सोना, दोनों ही खतरनाक है. इससे शरीर फिट होने के बजाय बीमार होने लगता है. स्टडी में पता चला कि मिडिल एज यानी कि 40 साल से ऊपर के व्यक्ति के लिए रोजाना 7 घंटे की नींद पर्याप्त होती है.
बिना रुकावट के होनी चाहिए नींद
रिसर्च रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि 7 घंटे की यह नींद बिना किसी रुकावट के होनी चाहिए. यानी कि यह गहरी नींद होनी चाहिए. जिससे दिमाग से टॉक्सिक मैटीरियल रिलीज हो सकें और तन-मन दोनों फिट रहें. थोड़ी-थोड़ी देर की नींद से शरीर में थकावट और झुंझलाहट बन जाती है. जिसका असर पूरे दिन के शेड्यूल पर पड़ता है.
अलजाइमर और अनिद्रा के हो सकते हैं शिकार
स्टडी में यह भी पता चला कि अगर आप रोजाना 7 घंटे से कम या ज्यादा सोते हैं तो आप पर जल्दी बुढ़ापा आ सकता है. साथ ही आप अलजाइमर और अनिद्रा की बीमारी का भी शिकार हो सकते हैं. रिसर्च में शामिल कैंब्रिज यूनिवर्सिटी की प्रोफेसर बारबरा सहाकियन कहती हैं कि वैसे तो रात में अच्छी नींद (Good Sleep) सभी आयु वर्ग के लोगों के लिए बहुत जरूरी है. लेकिन मिडिल एज के लिए ऐसा करना अनिवार्य हो जाता है. इस स्टडी से पता चल गया है कि मिडिल एज के लिए रोजाना कितने घंटे सोना सही रहता है.
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