G-B7QRPMNW6J शुक्र का राशि परिवर्तन 31 march 2022 को लाने जा रहा है 12 राशियों के लिय शुभ अशुभ परिवर्तन
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शुक्र का राशि परिवर्तन 31 march 2022 को लाने जा रहा है 12 राशियों के लिय शुभ अशुभ परिवर्तन

Jyotish With AkshayG

शुक्र का राशि परिवर्तन 31 march 2022 को लाने जा रहा है 12 राशियों के लिय शुभ अशुभ परिवर्तन

शुक्र का राशि परिवर्तन 31 march 2022 को लाने जा रहा है 12 राशियों के लिय शुभ अशुभ परिवर्तन
शुक्र का राशि परिवर्तन 31 march 2022 को लाने जा रहा है 12 राशियों के लिय शुभ अशुभ परिवर्तन https://jyotishwithakshayji.blogspot.com/2022/03/31-march-2022-12.html


शुक्र तुला और वृषभ राशि का स्वामी ग्रह होता है। इसके अलावा जहां यह कन्या राशि में यह नीच का होता है वहीं मीन इसकी उच्च राशि है। बुध और शनि शुक्र के साथ मित्र ग्रह माने जाते हैं, सूर्य और चंद्रमा इसके शत्रु ग्रह माने जाते हैं। शुक्र एक राशि में 23 दिनों तक रहता है।

वैदिक ज्योतिष के अनुसार शुक्र ग्रह प्रेम, भोग, कला, सौंदर्य, रोमांस, प्रतिभा, वासना, और सुख का कारक ग्रह माना गया है। इसे एक शुभ ग्रह का दर्जा प्राप्त है जिसके सकारात्मक प्रभाव से जातकों के जीवन में वैवाहिक और शारीरिक सुख का आशीर्वाद प्राप्त होता है।

वहीं इसके विपरीत शुक्र ग्रह यदि कुंडली में कमज़ोर स्थिति में मौजूद है तो इससे जातकों को प्रेम और पारिवारिक जीवन में समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। ऐसे जातक रोमांटिक नहीं होते हैं और उनका प्रेम जीवन उतार चढ़ाव से भरा होता है और वैवाहिक सुख प्राप्त करने में भी यह असफल रहते हैं।

जातकों की कुंडली में शुक्र ग्रह का स्थान कमजोर भी हो सकता है और मजबूत भी हो सकता है। यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में शुक्र ग्रह शुभ स्थान पर मौजूद हो तो ऐसे जातकों को सुंदरता और आकर्षक व्यक्तित्व का आशीर्वाद प्राप्त होता है। ऐसे जातक विपरीत लिंग के लोगों को आकर्षित करने में कामयाब होते हैं साथ ही मृदुभाषी होते हैं और इनका प्रेम और वैवाहिक जीवन हमेशा सुखमय रहता है।

शुक्र 31 March 2022 का कुंभ राशि में गोचर


‘भोर का तारा’ अर्थात शुक्र ग्रह गुरुवार 31 मार्च 2022 को सुबह 8 बजकर 54 मिनट पर कुंभ राशि में गोचर करेगा। इसके बाद शुक्र 27 अप्रैल 2022 को मीन राशि में प्रवेश करेगा। आइए जानें कि इस गोचर का विभिन्न राशियों के जातकों पर क्या प्रभाव पड़ेगा।

शुक्र का कुंभ राशि में गोचर: राशिनुसार प्रभाव और उपाय व गोचरकाल की अवधि

शुक्र जातक के जीवन में रोमांस, उत्साह और श्रद्धा का प्रतिनिधित्व करता है। साथ ही शुक्र विवाह और प्रेम संबंध का कारक होने के कारण, यह पुरुष जातकों की कुंडली में पत्नी व जीवनसाथी का प्रतिनिधित्व भी करता है। किसी जातक की कुंडली में शुक्र की मज़बूत स्थिति उसकी शारीरिक बनावट, रचनात्मकता और कल्पना शक्ति को दर्शाती है।

वैदिक ज्योतिष के अनुसार शुक्र वस्त्र उद्योग, विलासिता उत्पाद, फ़ैशन सामग्री, कीमती गहने, डिज़ाइनिंग इंडस्ट्री, ऑटोमोबाइल, सौंदर्य उत्पाद, फ़िल्म इंडस्ट्री, रंगमंच, कला, साहित्य, फोटोग्राफी, अभिनय, नृत्य, पेंटिंग व अन्य रचनात्मक कार्यों से जुड़े कार्यक्षेत्रों को दर्शाता है।

शुक्र ग्रह को सुंदरता का प्रतीक माना गया है। जो इस गोचर के दौरान अपनी मित्र राशि मकर से निकलकर कुंभ राशि में गोचर करेगा। यह दोनों ही राशियां कर्मफल दाता शनि देव की होती है। ऐसे में रोमांस-प्रेम का ये कारक ग्रह, अपने इस गोचर के दौरान वायु तत्व की राशि में विराजमान होगा। शुक्र का ये गोचर 31 मार्च 2022 की सुबह 8:54 पर होगा, जहां शुक्र देव कुंभ राशि में अपना स्थान परिवर्तन करेंगे और वे इस राशि में 27 अप्रैल 2022 की शाम 6:30 बजे तक रहेंगे और फिर इसके बाद पुनः अपना गोचर करते हुए मीन राशि में प्रवेश कर जाएंगे।

स्त्री स्वभाव वाला शुक्र ग्रह, जब अपनी उच्च राशि में स्थित होता है तो, जातकों को आकर्षक शरीर प्रदान करता है तथा किसी भी जातक की कुंडली के संवाद भाव यानी द्वितीय भाव में शुक्र की उपस्थिति, जातक की वाणी में मधुरता लाने का कार्य करती है। शारीरिक अंगों के लिहाज से शुक्र गुप्त अंगों, नेत्र, गला, किडनी और मूत्राशय का प्रतिनिधित्व करता है। ऐसे में किसी जातक की कुंडली में शुक्र की कमज़ोर स्थिति, उसे इन अंगों से संबंधित कुछ परेशानियां दे सकती है।

मेष
मेष राशि के जातकों के लिए शुक्र उनके संपत्ति व परिवार के दूसरे भाव और संगति व साझेदारी के सप्तम भाव के स्वामी होते हैं। ऐसे में अपने इस गोचर काल के दौरान, शुक्र मेष राशि के एकादश भाव यानी आय और लाभ के भाव से गोचर करेंगे।

आर्थिक दृष्टिकोण से शुक्र का यह गोचर मेष राशि के जातकों के लिए लाभकारी सिद्ध होगा। इस दौरान आपको एक से अधिक स्रोतों से आमदनी होने की प्रबल संभावना रहेगी। धन के 2 भावों का संबंध आपके जीवन में समृद्धि और धन लेकर आता है, इसलिए इसे 'धन योग' के रूप में भी देखा जाता है।

ऐसे में शुक्र देव का ये गोचर उन व्यापारी जातकों के व्यवसाय में वृद्धि लाएगा, जो स्वयं के विशेषरूप से पार्टनरशिप के व्यवसाय से जुड़े हैं। इस दौरान वे अपने व्यवसाय के विकास और विस्तार के लिए कुछ यात्राएं करेंगे, जो आपके लिए लाभकारी साबित होंगी।

फ्रेशर्स जातक, विशेष रूप से जो फ़ैशन डिज़ाइनिंग, कला और वास्तुकला जैसे रचनात्मक क्षेत्र से संबंधित हैं, वे इस दौरान अपना करियर शुरू करने के कई अवसर प्राप्त करने में सफल रहेंगे। साथ ही इस अवधि में आप कुछ ऐसे पेशेवर संबंध बनाने में सक्षम होंगे, जो कि आपके लिए आर्थिक रूप से लाभकारी सिद्ध होंगे।

व्यक्तिगत जीवन के दृष्टिकोण से देखा जाए तो, यदि आप किसी प्रेम संबंध में हैं तो इस अवधि के दौरान आपका प्रेम जीवन ख़ुशियों से भरा रहेगा। क्योंकि इस समय आप अपने रिश्ते को एक कदम आगे बढ़ाने में सफल होंगे। साथ ही कई प्रेमी जातक इस अवधि में, अपने प्रियतम के साथ विवाह के बंधन में भी बंध सकते हैं। वहीं यदि आप सिंगल हैं तो, आपको भी इस गोचरकाल के दौरान अपने पसंद के व्यक्ति के सामने अपने प्रेम का इज़हार करने का अवसर मिलने वाला है और संभावना अधिक है कि उनसे आपको सकारात्मक प्रतिक्रिया मिले। इसके अलावा विवाहित जातक अपने जीवनसाथी के साथ एक बेहतर समय बिताने में सक्षम होंगे। साथ ही इस दौरान आप अपने जीवनसाथी के साथ कुछ यादगार पल स्मृतियाँ बनाने के लिए किसी यात्रा पर जाने की योजना भी बना सकते हैं।

पारिवारिक लिहाज़ से, इस गोचर के दौरान आप अपने परिवार, विशेष रूप से अपने बड़े भाई-बहनों से पूरा सहयोग प्राप्त करेंगे।

उपाय- शुक्रवार के दिन देवी सरस्वती की पूजा करें और उन्हें सफेद फूल अर्पित करें।

वृषभ
शुक्र वृषभ राशि के स्वामी होते हैं और इसके अतिरिक्त वो आपके इच्छाशक्ति व बल के छठे भाव के स्वामी भी है, और इस अवधि में शुक्र कुंभ राशि में गोचर के समय, आपकी राशि के दशम भाव में विराजमान होंगे।

करियर के लिहाज़ से देखा जाए तो, इस दौरान आप कार्यक्षेत्र पर अपने कार्यों के प्रति ख़ासा उत्साही नज़र आएंगे। साथ ही अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए भी आप अधिक महत्वाकांक्षी होंगे। इसके अलावा, आप अपनी प्रोफ़ाइल और पैकेज में वृद्धि की उम्मीद भी रखेंगे।

इस दौरान आप कार्यक्षेत्र पर उत्पादको में बदलाव करने के लिए, कुछ नए संसाधनों का इस्तेमाल भी करने का फैसला ले सकते हैं। हालांकि आशंका है कि उत्पादक की मात्रा बढ़ाने के कारण, उसकी गुणवत्ता में भारी गिरावट दर्ज की जाएगी। साथ ही इस अवधि के दौरान आप अपना ध्यान काम पर केंद्रित रखने में असमर्थ भी होंगे, जिससे आपके द्वारा किए गए कई प्रयास आपकी कार्यक्षमता पर नकारात्मक प्रभाव भी डालेंगे। यूँ तो इस समय कार्यस्थल पर आप मेहनत तो करेंगे, लेकिन आपकी मेहनत सही दिशा में न होने के कारण आप खुद को सकारात्मक परिणामों से वंचित कर सकते हैं।

वो जातक जो ख़ुद के व्यवसाय से जुड़े हैं, उन्हें कार्यस्थल पर अपने कर्मचारियों की किसी बड़ी लापरवाही के कारण उत्पादन से जुड़ी कुछ समस्या हो सकती है। साथ ही आशंका है कि किसी कारणवश आपको अपने कर्मचारियों के द्वारा, किसी प्रकार की हड़ताल का भी सामना करना पड़े। वहीं नौकरीपेशा जातक भी इस दौरान अपनी नौकरी में कुछ असुरक्षा की भावना महसूस करेंगे या उनका मौजूदा प्रोफ़ाइल से तबादला व स्थानांतरण भी संभव है। कई जातक अच्छी नौकरी की तलाश में, किसी दूसरे शहर भी जाने का निर्णय ले सकते हैं।

निजी जीवन में इस गोचरकाल के दौरान, आप अपने परिवार के सदस्यों के साथ अच्छा समय बिताने का प्रयास करेंगे। हालांकि आशंका है कि इस दौरान आपके ख़र्चों में वृद्धि होने से, आपका आर्थिक बजट कुछ हद तक बिगड़ सकता है। परंतु बावजूद इसके आपके घर-परिवार का वातावरण शांत और आरामदायक रहने की संभावना है, जिसके परिणामस्वरूप आप घर के सदस्य का सहयोग प्राप्त करने में सफल होंगे। योग ये भी बन रहे हैं कि, इस दौरान कई जातक कोई गाडी या वाहन भी ख़रीद सकते हैं।

स्वास्थ्य के लिहाज से देखा जाए तो, इस अवधि में आपको अपनी पूर्व की किसी स्वास्थ्य समस्या से पुनः समस्या हो सकती है। साथ ही इस गोचर के दौरान आप मोटापे और मधुमेह से भी पीड़ित रहेंगे। ऐसे में आपको सलाह दी जाती है कि अपने स्वास्थ्य की नियमित जांच कराएं और अपना ख़्याल रखें।

उपाय- शुक्रवार के दिन गरीब व ज़रूरतमंद कन्याओं को सफेद वस्त्र दान करें।

मिथुन

मिथुन राशि के जातकों के लिए शुक्र उनके द्वादश यानी कि इच्छा, व्यय व हानि के भाव और पंचम यानी प्रेम, संतान व शिक्षा के भाव के स्वामी होते हैं। ऐसे में अपने इस गोचर काल के दौरान शुक्र देव, मिथुन राशि के भाग्य, उच्च शिक्षा व धर्म के नवम भाव में विराजमान होंगे। पंचम और नवम भाव का ये संबंध, मिथुन राशि के जातकों को शुभ परिणाम देते हुए, उनके जीवन में भाग्य का साथ देने का कार्य करता है।

ये अवधि सबसे अधिक, आपके कार्यक्षेत्र के लिए भाग्यशाली सिद्ध होगी। क्योंकि इस दौरान आप कार्यस्थल पर किए गए अपने छोटे से छोटे प्रयास में भी, सराहना हासिल करेंगे। जिससे आपको अच्छी प्रतिष्ठा व मान-सम्मान की प्राप्ति होगी। यदि आप अपनी वर्तमान नौकरी में बदलाव करने की योजना बना रहे हैं तो, यह समय आपके लिए बेहद अनुकूल रहेगा। क्योंकि इस समय आप इच्छानुसार अपनी प्रोफ़ाइल पाने में सफल रहोने वाले हैं।

इसके अलावा मिथुन राशि के जो जातक प्रॉपर्टी या अन्य वस्तुओं की ख़रीद व बिक्री से जुड़ा कार्य करते हैं, उनके लिए भी शुक्र का यह गोचर सामान्य से अनुकूल साबित होगा। वे इस दौरान कोई बहुत अच्छी डील्स कर सकेंगे, साथ ही उन्हें बेहद आसानी से अपने ग्राहक ढूंढने में भी सफलता मिलेगी।

यदि आप स्वयं का व्यापार करते हैं तो, आपको इस समय सबसे अधिक विपरीत लिंगी साझेदार से अच्छा मुनाफ़ा होगा। साथ ही यदि आप पारिवारिक व्यापार से जुड़े हैं और आपके घर की कुछ महिलाएं आपकी साझेदार हैं तो, आप उनकी योजनाओं और सुझावों की मदद से भी व्यवसाय में अच्छी वृद्धि करेंगे। इसके अलावा, यात्रा और पर्यटन के व्यवसाय से जुड़े जातक भी, इस गोचर की शुभ स्थिति के कारण अनुकूलता परिणाम हासिल करने वाले हैं। जिससे आपको अपने व्यवसाय से अच्छा धन लाभ अर्जित करने में सफलता मिलेगी।

शिक्षा के दृष्टिकोण से देखा जाए तो, मिथुन राशि के वो छात्र जो उच्च शिक्षा ग्रहण करने के लिए किसी कॉलेज में दाख़िला लेने की योजना बना रहे हैं, उनके लिए शुक्र का यह गोचर विशेष उत्तम सिद्ध होगा। क्योंकि इस दौरान वे अपनी इच्छानुसार संस्थान की परीक्षा को, पास करने में सक्षम होंगे।

पारिवारिक जीवन में भी, आपके और घरवालों के संबंधों में मधुरता देखी जाएगी। साथ ही आपको अपने प्रयासों में माता-पिता से मदद और उनका भरपूर समर्थन मिल सकेगा। वे गोचर आपका आध्यात्मिक रुझान भी बढ़ाने वाला है, जिसके कारण आप अपने परिवार के साथ किसी धार्मिक स्थान की यात्रा पर जाने की योजना बना सकते हैं। प्रेम संबंधों में, प्रेमी जातकों की लव लाइफ में इस दौरान कोई नया मोड़ आएगा। संभावना अधिक है कि कई जातक अपने प्रियतम के साथ शादी करने का फैसला भी लें। साथ ही आपके घर-परिवार में कोई शुभ कार्यक्रम या समारोह होने के भी योग बन रहे हैं, जिससे पूरा परिवार एकजुट दिखाई देगा।

उपाय- प्रतिदिन अपने माथे पर सफेद चंदन का तिलक लगाएं।
कर्क

कर्क राशि के जातकों के लिए शुक्र देव उनके आराम, सुख, संपत्ति और माता के चतुर्थ भाव और लाभ के एकादश भाव के स्वामी होते हैं। और अपने इस गोचर के दौरान शुक्र आपकी राशि से अनिश्चितताओं के अष्टम भाव में विराजमान होंगे।

शुक्र के इस गोचर की मदद से, आप कई स्रोतों से अच्छी कमाई करने में सक्षम होंगे। साथ ही कई जातकों को किसी पैतृक संपत्ति से भी कुछ उपहार स्वरूप कीमती वस्तु या किसी प्रकार का आर्थिक लाभ मिलने के योग बन रहे हैं। हालांकि वो जातक जो सट्टा बाज़ार जैसे शेयर मार्केट, स्टॉक मार्केट आदि, में निवेश करते हैं, उन्हें इस दौरान खासतौर से सावधान रहते हुए इससे जुड़ा किसी भी प्रकार का निवेश न करने की सलाह दी जाती है। अन्यथा कोई बड़ी हानि संभव है। बावजूद इसके आपके लिए इस दौरान किसी लंबी अवधि की परियोजना या रिसर्च बेस्ड कंपनी में निवेश करना, अधिक फलदायी रहेगा।

इस दौरान कर्क राशि के फ़्रेशर्स जातकों को, अपना करियर शुरू करने के कुछ अच्छे अवसर प्राप्त होंगे। हालांकि, इस दौरान उनके लिए किसी महिला की मदद से नई नौकरी ढूंढना, ज़्यादा मददगार व आसान रहेगा। साथ ही शुक्र देव आपके संवाद कौशल में भी वृद्धि करेंगे, जिसके कारण इआप अपनी विनम्र बातचीत से लोगों का ध्यान अपनी ओर आकर्षित करने में सक्षम होंगे।

पारिवारिक जीवन में कुछ समस्या संभव है। खासतौर से इस दौरान आपको अपने भाई-बहनों और दोस्तों के साथ, अपने संबंधों में कुछ कष्टदायक स्थिति से दो-चार करना होगा। क्योंकि आशंका अधिक है कि अचानक से आपकी कोई बात उन्हें बुरी लग जाए, जिससे वे भावनात्मक रूप से खुद को आहत महसूस करेंगे। इससे उनके साथ अपने रिश्ते में कुछ मतभेद भी उत्पन्न हो सकती है। इसलिए आपको यह सलाह दी जाती है कि विशेष रूप से इस दौरान अपने परिजनों से बातचीत के दौरान अपने शब्दों के प्रति सतर्कता बरतें।

वो छात्र जो शोध विषयों, मनोविज्ञान या पीएचडी में प्रवेश लेने की योजना बना रहे हैं, शुक्र का यह गोचर उनके लिए अनुकूल साबित होगा। क्योंकि ये वो समय होगा जब वे अपनी परीक्षाओं में अच्छा प्रदर्शन देते हुए, अपनी इच्छानुसार संस्थान में प्रवेश हासिल करेंगे। साथ ही जो छात्र शोध विषयों में आगे की पढ़ाई कर रहे हैं, उनकी अपनी शिक्षा के प्रति एकाग्रता में वृद्धि देखी जाएगी और इससे वे अपने विषयों के बारे में गहन अध्ययन करने में सक्षम होंगे।

स्वास्थ्य जीवन के दृष्टिकोण से, आपको अपने स्वास्थ्य का ख़्याल रखने की सलाह दी जाती है। क्योंकि इस अवधि में आपको हार्मोन्स से जुड़ी कोई समस्या, त्वचा एलर्जी और मूत्राशय संक्रमण जैसी कुछ शारीरिक परेशानी संभव है।

उपाय- सोमवार और शुक्रवार के दिन दूध का दान करें!

सिंह

सिंह राशि के जातकों के लिए शुक्र उनके भाई-बहन और व्यवसाय के तीसरे भाव और कर्म यानी दसवें भाव के स्वामी होते हैं। ऐसे में इस गोचर काल के दौरान, शुक्र सिंह राशि के सप्तम भाव में गोचर करेंगे।

यह अवधि नए उद्यमियों के लिए अनुकूल साबित होगी तथा जो साझेदारी के व्यवसाय में हैं या संयुक्त उद्यम से जुड़े हुए हैं, उनके लिए भी शुक्र का यह गोचर विशेष फलदायी सिद्ध होगा। इस दौरान वे अपने व्यवसाय में वृद्धि देखेंगे, साथ ही इस समय उनके ग्राहकों में भी अच्छी बढ़ोतरी देखी जाएगी। इसके अलावा, आपके अपने बिज़नेस पार्टनर के साथ संबंधों में भी सुधार होगा और आप दोनों अपने व्यापार के विकास और विस्तार को लेकर, अपने लक्ष्यों के प्रति लगन से काम करते नज़र आएंगे। इस दौरान आपको अपने कुछ मित्रों या करीबियों से किसी प्रकार का सहयोग और समर्थन भी मिलने की संभावना है।

इस दौरान नौकरीपेशा जातकों को कार्यक्षेत्र जुड़ी, कुछ यात्राएं भी करनी पड़ सकती हैं और सम्भावना अधिक है कि ये यात्राएं आपके लिए सफल साबित होंगी। जिससे वे कार्यक्षेत्र पर अपनी मेहनत के कारण अच्छा प्रोत्साहन हासिल करेंगे। साथ ही आप अपने सहकर्मियों व अन्य कर्मचारियों के बीच अपनी अच्छी प्रतिष्ठा बनाने में भी सक्षम होंगे। क्योंकि कार्यस्थल पर सहकर्मी व अन्य कर्मचारी आपसे प्रेरणा और मार्गदर्शन प्राप्त करेंगे। वो जातक जो कला, साहित्य उद्योग या किसी व्यावसायिक पाठ्यक्रमों से जुड़ा काम करते हैं, उन्हें ये गोचर अपार सफलता देने वाला है।

प्रेम संबंधों को देखें तो, इस दौरान शादीशुदा जातकों के अपने जीवनसाथी के साथ संबंध मधुर होंगे और उनके बीच प्रेम और रोमांस की भी वृद्धि देखी जाएगी। जिससे आप अपनी जिम्मेदारियों का निर्वाह करते हुए, एक-दूसरे की देखभाल और छोटी-छोटी ज़रूरतों को पूरा करने का प्रयास करते नज़र आएंगे। आपके इन प्रयासों से आपके रिश्ते में प्रेम, रोमांस और उत्साह देखा जाएगे।

इसके अलावा जो जातक एकतरफ़ा प्रेम में हैं, वे इस दौरान अपने प्रेमी के सक्षम अपने प्रेम का इजहार करते हुए, लव रेलशनशिप में आ सकते हैं। वहीं सिंगल जातक भी, अपने लिए उत्तम साथी की तलाश करने में इस समय सफल रहने वाले हैं।

उपाय- गायों को नियमित रूप से भोजन कराना, आपके लिए बेहद कारगर सिद्ध होगा।
कन्या

कन्या राशि के जातकों के लिए शुक्र उनके धन और परिवार के दूसरे भाव और भाग्य और धर्म के नवम भाव के स्वामी होते हैं। इस गोचर काल के दौरान शुक्र कन्या राशि के छठे भाव में गोचर करेंगे, जो ऋण, रोग, शत्रु और चुनौतियों का भाव होता है।

करियर के दृष्टिकोण से, नौकरीपेशा जातकों के लिए यह समय अच्छा रहने वाला है। इस दौरान आपको अपने कार्यक्षेत्र में कुछ नए अवसर तो प्राप्त होंगे, परंतु साथ ही आपको कुछ चुनौतियों से भी दो-चार होना पड़ेगा। इस दौरान आपके शत्रु सक्रिय होंगे, लेकिन आप अपने उनपर हावी रहेंगे। इस दौरान आपका कौशल और योग्यताएं भी, आपको अपने करियर में लक्ष्यों को हासिल करने में मदद करने वाली हैं। साथ ही कार्यस्थल पर आपके लिए कामकाज का वातावरण काफ़ी आरामदायक होंगे और आप अपनी टीम के सदस्यों के साथ अपने अच्छे संबंध स्थापित कर सकेंगे। वहीं जो जातक फ़्रेशर हैं और नौकरी की तलाश कर रहे हैं, वे इस दौरान कुछ अच्छे अवसर प्राप्त करने में सफल होंगे। संभावना अधिक है कि इस दौरान वे अपनी इच्छानुसार किसी संगठन से, अपने करियर की शुरुआत करें।

हालांकि कन्या राशि के जातकों के लिए यह अवधि, आर्थिक दृष्टिकोण से कुछ कम अनुकूल रहने की आशंका है। ऐसे में आपको सलाह दी जाती है कि इस दौरान किसी भी प्रकार का निवेश करने से बचें, क्योंकि इस दौरान निवेश करना आपके लिए प्रतिकूल रहेगा। साथ ही आप अपने ऊपर कर्ज़ या ऋण का बोझ भी बढ़ा सकते हैं। इसके अलावा इस अवधि में आपके सामने कुछ ऐसे ख़र्च भी आएंगे, जिनके लिए आप पहले से तैयार नहीं होंगे। कुछ जातक अपने घर या वाहन पर भी, कोई बड़ा ख़र्च कर सकते हैं।

निजी जीवनको देखें तो, आपको घर पर सदस्यों के साथ किसी भी तरह के वाद-विवाद में न पड़ने की हिदायत दी जाती है। क्योंकि ये गोचर आपका अपने करीबियों से संबंधों में कुछ मनमुटाव और मतभेदों का कारण बनेगा, और आशंका अधिक है कि वो बहस आगे चलकर किसी बड़े विवाद में बदल जाए। योग ये भी दर्शा रहे हैं कि आप कुछ विशेष परिस्थितियों में, किसी की भी सलाह या सुझाव लेना पसंद नहीं करेंगे।

स्वास्थ्य के लिहाज से, आपको ये गोचर आँख से जुड़ी कोई समस्या दे सकता है। साथ ही आपको किसी प्रकार की चोट लगने का भी ख़तरा भी अधिक रहने की उम्मीद है। इसके अलावा वो जातक जो पहले से ही मधुमेह जैसी समस्या से जूझ रहे हैं, उन्हें इस दौरान अधिक सावधान रहने की आवश्यकता होगी, अन्यथा आपको सेहत से जुड़े कई उतार-चढ़ावों से दो-चार करना होगा। इसलिए आपके लिए बेहतर यही होगा कि अपने खान-पान और अपनी सेहत का ख़्याल रखें। साथ ही अपने स्वास्थ्य की नियमित जांच कराएं।

उपाय- घर से बाहर निकलने से पहले, चंदन की ख़ुशबू वाला इत्र (परफ्यूम) लगाएं।

तुला

शुक्र तुला राशि के स्वामी होने के साथ ही, अनिश्चितता के अष्टम भाव के भी स्वामी होते है। इस गोचर काल के दौरान शुक्र तुला राशि के प्रेम, रोमांस, मनोरंजन और संतान के पंचम भाव से गोचर करने जा रहे हैं।

करियर के लिहाज़ से देखा जाए तो नौकरीपेशा जातकों, विशेष रूप से सेवाओं से जुड़े जातकों के लिए यह अवधि अनुकूल साबित होगी। इस दौरान आपको अपने काम के विस्तार के लिए कई अवसर प्राप्त होंगे, जो कि आपके लिए आर्थिक रूप से लाभकारी सिद्ध होने वाले हैं। जो जातक किसी नए उद्यम में प्रवेश करना चाहते हैं या अपने मौजूदा काम में कुछ नया शुरू करने की योजना बना रहे हैं, उनके लिए भी यह अवधि अनुकूल रहेगी।

वहीं व्यापारी जातकों के लिए भी, यह समय उत्तम रहने की उम्मीद है। क्योंकि ये समय आपकी आमदनी में सुधार लेकर आएगा, जिससे आप अपने व्यवसाय से अच्छा लाभ अर्जित करने में सक्षम होंगे। यदि आप अपने मौजूदा व्यवसाय के विस्तार के लिए कुछ योजनाएं बना रहे हैं तो, मीडिया और विज्ञापन के माध्यम से आपके लिए अपनी नई रणनीतियों और मार्केटिंग तकनीकों को प्रस्तुत करना अधिक फ़ायदेमंद रहेगा। इससे आप अधिक आमदनी के लिए, अपनी कमाई के स्रोतों में भी वृद्धि कर सकेंगे। साथ ही इस अवधि में आपको अपने शौक और रुचि से जुड़े कार्यों से भी अच्छी कमाई करने के कुछ अवसर प्राप्त होने की संभावना है। ऐसे में कहना गलत नहीं होगा कि आर्थिक दृष्टि से यह गोचर आपके लिए, काफ़ी अच्छा रहने वाला है।

ये अवधि उन छात्रों के लिए भी शुभ रहेगी, जो आगे की पढ़ाई कर रहे हैं या डिज़ाइनिंग, रचनात्मक और कलात्मक क्षेत्र से जुड़े हैं। ये समय उनकी रचनात्मकता में निखार लेकर आएगा, जिसका सकारत्मक प्रभाव सीधे तौर पर आपकी शिक्षा पर देखने को मिलेगा। साथ ही आपका बेहतरीन प्रदर्शन देख, अन्य सहपाठी और शिक्षक भी जमकर आपकी सराहना करेंगे। जो छात्र आगे की पढ़ाई के लिए इच्छानुसार किसी कॉलेज या संस्थान में प्रवेश लेने की योजना बना रहे रहे, उन्हें इस दौरान आवेदन करना चाहिए। चूंकि योग बन रहे हैं कि गोचरकाल की ये अवधि, आपके लिए विशेष अनुकूल रहेगी और आपके द्वारा इस दौरान किया जाने वाला आवेदन आपको सकारात्मक परिणाम देने की संभावना बनाएगा।

यदि आप किसी प्रेम संबंध में हैं, तो आपका प्रेम जीवन इस दौरान थोड़ा अस्थिर रह सकता है। आशंका है कि आपको आपके प्रियतम की ओर से अपने रिश्ते में उत्साह और अंतरंगता में कमी खले। साथ ही आपके प्रेमी का कुछ बदला रवैया, आपकी भावनाओं को आहत कर सकता है। जिसको लेकर आप मानिसक रूप से थोड़ा चिंतित नज़र आएंगे। वहीं सिंगल जातक या वो जातक जो किसी से एकतरफ़ा प्रेम में हैं, उनके लिए यह समय अनुकूल ही रहेगा। क्योंकि इस दौरान शुक्र देव की असीम कृपा से, वे अपनी इच्छानुसार साथी के साथ अपने नए रिश्ते की शुरुआत कर सकते हैं।

उपाय- शुक्रवार के दिन नेत्रहीन लोगों को भोजन कराएं।
वृश्चिक
वृश्चिक राशि के जातकों के लिए शुक्र उनके व्यवसाय, विवाह व साझेदारी के सप्तम भाव और यात्रा, व्यय व हानि के द्वादश भाव के स्वामी होते हैं। ऐसे में अब अपने इस गोचर के दौरान शुक्र देव आपकी राशि के चतुर्थ यानी सुख, माता, संपत्ति, भूमि और वाहन के भाव में स्थित होंगे। करियर के दृष्टिकोण से देखें तो, इस दौरान आपकी राशि के व्यवसाय के भाव पर शुक्र की दृष्टि उन जातकों के लिए अनुकूल सिद्ध होगी, जो विदेशी मार्केट, महिलाओं के सामान और कपड़े, सुख-सुविधाओं की वस्तुएं, सौन्दर्य उद्योग से जुड़ा व्यापार करते हैं। क्योंकि इस दौरान उन्हें अपने व्यवसाय में वृद्धि मिलेगी। साथ ही प्रॉपर्टी से जुड़ा व्यापार क्र रहे जातक भी, इस गोचरकाल के समय अच्छी और लाभकारी डील्स अपने हक़ में करने में सक्षम होंगे। शिक्षा के लिहाज़ से, शुक्र का यह गोचर वृश्चिक राशि के उन छात्रों के लिए अधिक अनुकूल रहेगा, जो आगे की पढ़ाई के लिए अपने जन्म स्थान से कहीं दूर जाकर किसी कॉलेज में प्रवेश लेने की योजना बना रहे हैं। वहीं जो छात्र विदेश में पढ़ाई करने के इच्छुक हैं, उन्हें भी इस दौरान अपने अतिरिक्त प्रयास करने की ज़रूरत होगी, क्योंकि संभावना अधिक है कि आप सकारात्मक परिणाम हासिल कर सकें। कई जातक इस दौरान अपने लिए कोई वाहन भी ख़रीद सकते हैं। साथ ही यदि आप किसी प्रॉपर्टी में निवेश करने की योजना बना रहे हैं तो, आपके लिए यह समय उत्तम रहेगा। क्योंकि इस समय किया जाने वाला संपत्ति की ख़रीद व बिक्री से जुड़ा निवेश, आपके लिए लाभकारी सिद्ध होगा। पारिवारिक जीवन में भी, इस दौरान सुख-शांति बनी रहेगी और संभावना है कि आपके घर पर किसी ऐसे शुभ या मांगलिक कार्यक्रम का आयोजन हो, जिसमें परिवार के सभी सदस्य शामिल होंगे। कई जातक अपने प्रियजनों से मिलने और उनके साथ छुट्टी बिताने की योजना भी बना सकते हैं। विवाहित जातकों के लिए यह समय अनुकूल रहेगा। इस दौरान आपके दांपत्य रिश्ते में प्रेम व आपसी समझ की वृद्धि देखी जाएगी। साथ आप एक-दूसरे का ख़्याल रखते हुए, एक साथ अच्छा समय व्यतीत करेंगे। आपके स्वास्थ्य जीवन को समझें तो, आपकी माता को कुछ स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। ख़ासकर यदि उन्हें पहले से रक्तचाप, कोलेस्ट्रॉल और मधुमेह की समस्या है, सावधान रहने की ज़रूरत होगी। ऐसे में आपको सलाह दी जाती है कि अपनी माँ के स्वास्थ्य के प्रति सतर्क रहें और उनके स्वास्थ्य की नियमित जांच कराएं। उपाय- सोमवार और शुक्रवार के दिन माता पार्वती को दूध, चावल और चीनी का भोग लगाएं। धनु
धनु राशि के जातकों के लिए शुक्र उनके छठे यानी ऋण व रोग भाव और एकादश यानी आय, लाभ व मित्रता के भाव के स्वामी होते हैं। अपने इस गोचर काल के दौरान, शुक्र धनु राशि के प्रयास, पराक्रम, यात्रा और संवाद के तृतीय भाव से विराजमान होंगे। पेशेवर जीवन में ये गोचर, नौकरीपेशा जातकों से अपने हर छोटे-बड़े लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए कड़ी मेहनत कराएगा। वहीं वो फ़्रेशर्स, जो नौकरी की तलाश कर रहे हैं, वे भी अपने लिए उचित नौकरी खोजने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे और उन्हें अपने सर्वश्रेष्ठ प्रयासों से जल्द ही सकारात्मक परिणाम भी मिल सकेंगे। जो जातक सरकारी नौकरी में कार्यरत हैं, उनका स्थानांतरण होने की संभावनाएं अधिक हैं। परंतु इस स्थानांतरण के साथ आपको प्रोत्साहन भी मिलेगा, जिससे आप अपने करियर में रफ़्तार पकड़ते दिखाई देंगे। किसी बहुराष्ट्रीय कंपनियों में काम कर रहे जातकों को भी, इस दौरान अपने काम के लिए किसी प्रकार का पुरस्कार और प्रोत्साहन मिलने की संभावना है। साथ ही कई जातकों को अपने संगठन की ओर से अपने परिवार और दोस्तों के साथ, कहीं बाहर घूमने जाने का अवसर भी मिल सकता है। स्वयं के व्यवसाय से जुड़े जातक भी, इस समय अपने व्यवसाय में धीमी गति से वृद्धि करेंगे। लेकिन यह समय उन्हें लिए नए निवेश और व्यवसाय के विस्तार की योजना बनाने के लिए विशेष अनुकूल रहने वाला। है क्योंकि इस किया गया हर निवेश और व्यापार में विस्तार से लिए लिया गया हर निर्णय, आपको सकारात्मक परिणाम देने वाला है। इस अवधि के दौरान आपके लिए छोटी दूरी की यात्राएं करना अधिक फलदायी सिद्ध होगा, फिर चाहे वे यात्रा कार्यक्षेत्र से जुड़ी हो या निजी जीवन से, आप इन यात्राओं से सकारात्मक परिणाम हासिल करेंगे। साथ ही आपको इन यात्राओं से अच्छा धन लाभ करने का अवसर भी मिल सकेगा। निजी जीवन में, यह अवधि अपने शौक और रुचि के कामों पर आपको अपना ध्यान केंद्रित रखने के लिए अनुकूल रहेगी। क्योंकि संभावना है कि इस दौरान आपको सोशल मीडिया या अन्य नेटवर्किंग चैनल के माध्यम से, अपनी प्रतिभा दिखाने के कुछ अवसर मिले। साथ ही, आपके अच्छे काम के लिए दूसरों द्वारा आपकी सराहना भी की जाएगी, जिससे मार्केट में आप अपनी एक अलग पहचान बनाने में सफल होंगे। इस दौरान आपके संबंध अपने दोस्तों और भाई-बहनों के साथ भी पहले से अधिक बेहतर रहेंगे और आप उनसे हर प्रकार का सहयोग प्राप्त कर सकते हैं। उपाय- कन्याओं में सफेद मिठाई का दान करें। मकर
मकर राशि के जातकों के लिए शुक्र संतान, प्रेम व उच्च शिक्षा के पंचम भाव और कार्यक्षेत्र के दशम भाव के स्वामी होते हैं। मकर राशि के जातकों के लिए शुक्र एक लाभकारी ग्रह है और अपने इस गोचर के दौरान शुक्र देव आपकी राशि से दूसरे यानी धन, परिवार और संवाद के भाव से विराजमान होंगे। ऐसे में मकर राशि के धन भाव में शुक्र का यह गोचर, आपको अनुकूल फल देने वाला है। यह अवधि विशेष रूप से व्यापारियों के लिए अनुकूल सिद्ध होगी। क्योंकि इस दौरान वे पूर्व की अपनी कुछ डीलिंग्स का भुगतान प्राप्त करने में सक्षम रहेंगे। साथ ही आपको अचानक से अपना अटका हुआ या कहीं फंसा हुआ धन भी प्राप्त होने की संभावना अधिक है। कई जातक इस समय कुछ नई डील्स करने में भी सक्षम होंगे, जिनसे उन्हें अच्छा मुनाफ़ा हासिल हो सकेगा। वहीं बात करें नौकरीपेशा जातकों की तो, उन्हें वेतन वृद्धि के साथ ही पदोन्नति होने के योग भी बन रहे हैं। जो जातक पेशेवर रूप से मार्केटिंग क्षेत्र में कार्यरत हैं, वे इस दौरान अपनी प्रभावशाली वाणी और परिस्थितियों को ठीक से समझाने के कौशल के ज़रिए, दूसरों से अच्छा प्रोत्साहन अर्जित करने में सक्षम होंगे। साथ ही शुक्र का यह गोचर उन जातकों के लिए भी अनुकूल सिद्ध होगा, जो संयुक्त उद्यम या आवास श्रृंखला के कार्यों से जुड़े हुए हैं। निजी जीवन में भी, यह अवधि विवाहित जातकों के लिए उत्तम रहने वाली है। इस दौरान उनके संबंध अपने ससुराल पक्ष के लोगों के साथ, पहले से मधुर और सौहार्दपूर्ण होंगे। हालांकि आर्थिक जीवन में आपके खर्चें बढ़ सकते हैं। क्योंकि आशंका है कि अपने प्रियजनों को ख़ुश करने के लिए, आप कुछ चीज़ें ख़रीदने पर अपना धन ख़र्च करें। आप अपने घर की सजावट के लिए भी, कुछ शानदार चीज़ें ख़रीदते हुए अपना खर्चा करेंगे। वहीं पारिवारिक जीवन में आपके संबंध अपने परिवार और घर के बच्चों के साथ अच्छे होंगे। जिससे आपको अपने कार्यक्षेत्र व निजी जीवन में, घर के सदस्यों से पूर्ण समर्थन मिलेगा। जो शादीशुदा जातक अपने दांपत्य जीवन में विस्तार की योजना बना रहे थे, उन्हें इस दौरान गर्भधारण करने का शुभ समाचार मिल सकता है। कुल-मिलाकर इस गोचरकाल के दौरान आपका व्यक्तिगत जीवन आरामदायक व सुखद रहेगा और आप अपने प्रियजनों के साथ अच्छा समय बिताने में सक्षम रहेंगे। उपाय- अपने हाथ या गले में गुलाबी क्वार्टज क्रिस्टल पहनें। कुंभ
कुंभ राशि के लिए शुक्र योगकारक ग्रह हैं और यह कुंभ राशि के जातकों के लिए केन्द्र और त्रिकोणों के स्वामी भी होते हैं। शुक्र कुंभ राशि के चतुर्थ यानी सुख भाव और नवम यानी भाग्य भाव के स्वामी हैं। ऐसे में अपने इस गोचर काल के दौरान, शुक्र कुंभ राशि के लग्न भाव में ही विराजमान होंगे। पेशेवर रूप से देखा जाए तो, शुक्र के इस गोचर के दौरान कुंभ राशि के नौकरीपेशा जातकों को भाग्य का साथ मिलेगा। वे कार्यक्षेत्र पर अपने उच्च अधिकारियों से पूरा सहयोग प्राप्त करते हुए, अपने सभी छोटे-बड़े प्रयासों में सफलता हासिल करेंगे। यह अवधि प्रॉपर्टी डीलर्स, रियल एस्टेट एजेंट्स, ट्रैवेल एजेंट्स तथा ऑटोमोबाइल उद्योग से जुड़े जातकों के लिए भी अनुकूल परिणाम लेकर आएगी। इस दौरान वे अपने व्यवसाय में अच्छी वृद्धि और विस्तार देखेंगे। इसके अलावा, ये गोचर आपके लिए आर्थिक रूप से भी लाभकारी सिद्ध होगा। क्योंकि इस समय किसी भी प्रकार का निवेश करना, आपके लिए अधिक अनुकूल रहने वाला है। कई जातक अपने अतीत के कुछ निवेशों से भी, सकारात्मक परिणाम प्राप्त करेंगे। निजी जीवन में ये गोचर आपका झुकाव ख़ुद को सँवारने और ख़ुद का ख़्याल रखने की ओर बढ़ाएगा, जिससे विपरीत लिंगी व्यक्तियों के बीच आपकी लोकप्रियता में बढ़ोतरी देखी जाएगी। आप स्वयं को अधिक ऊर्जावान और सामाजिक पाएंगे, जिसके परिणामस्वरूप आपको नए लोगों से मुलाक़ात करने के अवसर मिल सकेंगे। इसके अलावा, इस गोचर के दौरान आप अधिक आशावादी दिखाई देंगे और अपने जीवन के उज्ज्वल भविष्य की ओर प्रयासरत होंगे। आपका पारिवारिक जीवन भी सुखद व आरामदायक रहने की संभावना है और आपकी माता जी का आपके प्रति विशेष झुकाव रहेगा। साथ ही आपको उनसे उपहार के रूप में नकद या कोई कीमती वस्तु मिलने की संभावना है। ये अवधि आपको महंगी चीज़ें ख़रीदने या अच्छी वास्तुकला के स्थल की यात्रा के लिए भी प्रेरित करेगी। शुक्र देव कई जातकों के अंदर आधात्मिक्ता की वृद्धि भी करेंगे, जिसके परिणामस्वरूप आप बढ़-चढ़कर निर्धन कन्याओं और नेत्रहीन लोगों के लिए दान-पुण्य करते दिखाई देंगे। उपाय- अपनी अनामिका उंगली में चाँदी के साथ, अच्छी गुणवत्ता वाला ओपल धारण करें। मीन
मीन राशि के जातकों के लिए शुक्र उनके तृतीय यानी प्रयास, शक्ति व संचार भाव और अनिश्चितता के अष्टम भाव के स्वामी होते हैं। ऐसे में गुरु बृहस्पति शासित इस राशि में, शुक्र ग्रह उच्च के होने के बावजूद मीन राशि के जातकों को अधिक अनुकूल फल नहीं देने वाले हैं। क्योंकि इस दौरान शुक्र मीन राशि के व्यय, विदेश यात्रा और हानि के द्वादश भाव में विराजमान होंगे। शुक्र का ये गोचर आपके बेकार के ख़र्चों में बेतहाशा वृद्धि लेकर आएगा। आपके ऊपर अचानक से कुछ अनावश्यक ख़र्चों का भार भी, आपको मानिसक तनाव और बेचैनी दे सकता है। आशंका है कि इस अवधि में किसी चोरी के कारण, आपको धन हानि भी हो। ऐसे में आपको सलाह दी जाती है कि अपने ख़र्चों पर नियंत्रण रखें, अन्यथा आपका बजट बिगड़ने से आपको आर्थिक तंगी संभव है। इस समय नौकरीपेशा जातकों को, अपनी नौकरी में स्थिरता बनाए रखने के लिए आवश्यकता से अधिक मेहनत करने की ज़रूरत होगी। साथ ही जो जातक अंतर्राष्ट्रीय मार्केट में काम कर रहे हैं, उनके लिए यह अवधि सामान्य रूप से फलदायी रहने वाली है। वो जातक जो सट्टा बाज़ारों जैसे स्टॉक मार्केट, शेयर मार्केट आदि में किसी भी प्रकार का निवेश करने का सोच रहे थे, उन्हें भी इस गोचरकाल के दौरान ऐसा कुछ भी करने से बचना होगा। अन्यथा वे खुद को किसी बड़े नुकसान में फंसा सकते है। साथ ही आपको जुए जैसे गैरकानूनी गतिविधियों से भी, दूर रहने की सलाह दी जाती है। पारिवारिक जीवन को समझें तो, इस समय आपके संबंध अपने भाई-बहनों, विशेष रूप से छोटे भाई-बहनों के साथ बहुत अच्छे और सौहार्दपूर्ण नहीं होंगे। क्योंकि उनकी कुछ ग़लतियों के कारण, आपका उनसे विवाद संभव है। साथ ही, आपको अपने क़रीबी दोस्तों के साथ भी, इस समय अपने संबंधों में कुछ मतभेदों का सामना करना पड़ सकता है, जिसके कारण आपका उन पर विश्वास ख़त्म तक हो सकता है। अब बात करें स्वास्थ्य जीवन की तो, इस दौरान आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता कुछ कमज़ोर होगी और आप अपने स्टैमिना और ऊर्जा की भी कुछ गिरावट दर्ज करेंगे। वहीं कुछ जातकों को अपनी आँख, पैर और गुप्त अंगों से जुड़ी कुछ स्वास्थ्य समस्याओं से भी परेशानी संभव है। इसलिए आपको सलाह दी जाती है कि अपने स्वास्थ्य का ख़्याल रखें और खासतौर से सड़क पर पैदल चलते समय विशेष सावधानी बरतें, क्योंकि इस दौरान आपके पैर में चोट लगने की भी आशंका अधिक है। उपाय- शुक्र के इस गोचर के नकारात्मक प्रभावों को कम करने के लिए, शुक्रवार का व्रत करें।

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